जयपुर: लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली AIMIM ने हालिया बिहार विधानसभा चुनावों में 5 सीटों पर कब्जा जमाया है। बिहार में मिली कामयाबी के बाद पार्टी नेता असदुद्दीन ओवैसी के बारे में राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी के नेताओं द्वारा भी लगातार चर्चा की जा रही है। दरअसल, ओवैसी के फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर कैम्पेन चला रहे हैं, जिससे उनकी पार्टी के राजस्थान की राजनीति में पैठ बनाने की अटकलें तेज हो गई हैं। कांग्रेस ने मंगलवार को ओवैसी को बीजेपी का एजेंट तक करार दे दिया, जिसपर बीजेपी ने भी पलटवार किया है।
बीजेपी नेता ने कहा, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता’
दिग्गज कांग्रेस नेता महेश जोशी ने मंगलवार को ओवैसी को बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एजेंट करार दिया था। उन्होंने कहा था कि ओवैसी बीजेपी के निर्देश पर चुनाव लड़ते हैं। महेश जोशी ने कहा कि बीजेपी के निर्देशों पर ओवैसी चुनाव लड़ते हैं और राज्य की जनता ऐसे नेताओं को नकार देगी। इस बीच, बीजेपी महासचिव अलका सिंह गुर्जर ने इस तरह के दावों को पुरजोर तरीके से खारिज कर दिया और कहा कि ओवैसी और कांग्रेस दोनों तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि अगर ओवैसी राजस्थान में प्रवेश करते हैं या राहुल गांधी राज्य में प्रवेश करते हैं, लोग मोदी द्वारा किए जा रहे कार्यों को कभी नहीं भूलेंगे।’
‘ओवैसी के संपर्क में हैं समुदाय के नेता’
गुर्जर ने कहा कि लोग कांग्रेस के खोखले दावों को समझ चुके हैं और मोदी को ओवैसी से जोड़ना अब खत्म हो गया है। ओवैसी के कई फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर कैम्पेन चला रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि AIMIM को राजस्थान लाने की जरूरत है। सोशल मीडिया पर AIMIM राजस्थान इंडिया के नाम से विभिन्न ग्रुप दिखाई दे रहे हैं जिनसे लोग बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस से निराश मुस्लिम समुदाय के नेता ओवैसी से बात कर रहे हैं और 40 मुस्लिम बहुल सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिनमें जयपुर, सीकर, झुंझुनू, अलवर, भरतपुर, सवाई माधोपुर और टोंक शामिल हैं। (IANS)