जयपुर। राजस्थान में राजनीतिक खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। कांग्रेस पार्टी ने भले ही अपने नेता सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद और राज्य के उपमुख्यमंत्री के पद से हटा दिया हो लेकिन इसके बावजूद अभी तक राज्य का राजनीतिक माहौल गरम है। कांग्रेस पार्टी लगातार आरोप लगा रही है कि भारतीय जनता पार्टी ने षडयंत्र रचकर राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराने का प्रयास किया है और सचिन पायलट ने इस षडयंत्र में भारतीय जनता पार्टी का साथ दिया है।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और सचिन पायलट की जगह राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कुछ ऑडियो टेप का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता गजेंद्र सिंह विधायकों की खरीद फरोख्त में शामिल रहे। रणदीप सुरजेवाला ने 2 ऑडियो टेप की ट्रांस्क्रिप्ट पढ़ी और कांग्रेस पार्टी के विधायक भंवर लाल के साथ भाजपा नेता संजय जैन था केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच कथित बातचीत का हवाला देते हुए कांग्रेस पार्टी के विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया।
इधर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने सचिन पायलट सहित जिन 19 विधायकों को नोटिस भेजा हुआ है उसपर आज कोर्ट में सुनवाई होगी। दोपहर को कोर्ट में होने वाली सुनवाई के बाद फैसला आएगा। शाम को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी विधायकों को लेकर फैसला ले सकते हैं।
पिछले लगभग 1 हफ्ते से राजस्थान में राजनीतिक हलचल बहुत तेज हो गई है। सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ गुरुग्राम के एक होटल में रुके हुए हैं और लगातार राज्य सरकार पर अपनी मांगे मनवाने का दबाव डाल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने सचिव पायलट की मांगों को फिलहाल मानने से इनकार किया है और उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद तथा उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया है। सचिव पायलट के अलावा उनके समर्थक मंत्रियों को भी हटा दिया गया है साथ में विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से नोटिस दिया गया है।