कांग्रेस विधायक जैसलमेर के होटल में संगीत का मजा लेते दिखाई दिए
राजस्थान में अशोक गहलोत खेमे के कांग्रेस विधायक जिनको जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में ठहराया गया है वह एक संगीत समारोह का आनंद लेते दिखाई दिए।
जयपुर: राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान में विधायकों को तोड़ने की आशंका के बीच कांग्रेस एवं उसके समर्थक विधायकों को जयपुर से दूर सीमावर्ती शहर जैसलमेर स्थानांतरित किया गया है। जहां आज वे होटल सूर्यगढ़ में एक संगीत समारोह का आनंद लेते दिखाई दिए।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने दावा किया था कि कांग्रेस, सहयोगी दलों तथा निर्दलीय विधायकों समेत करीब 100 लोगों को जैसलमेर भेजा गया है। इससे पहले ये विधायक 13 जुलाई से दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर स्थित फेयरमोंट होटल में रुके हुए थे। गहलोत खेमा राज्य विधानसभा के 14 अगस्त से शुरू हो रहे सत्र में संभावित विश्वास मत के लिए अपने विधायकों को एकजुट रख रहा है।
इससे पहले गहलोत ने अपना आरोप दोहराया था कि आगामी विधानसभा सत्र की तारीख तय होने के बाद राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त का 'रेट’ (कीमत) बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि विधायकों और उनके परिवार के सदस्यों को धमकी भरे फोन आ रहे हैं। जैसलमेर हवाईअड्डे से विधायक कड़ी सुरक्षा के बीच शहर से कुछ किलोमीटर बाहर स्थित सूर्यगढ़ होटल के लिए बसों से रवाना हुए।
इस मामले पर जयपुर में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा था कि सभी विधायक एकजुट रह सकें इसलिये उन्हें जैसलमेर ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की रणनीति है कि एक भी विधायक की खरीद-फरोख्त ना हो सके। जैसलमेर रवानगी से पहले जयपुर हवाई अड्डे पर कांग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा ने कहा था कि हम जगह में बदलाव के लिए जैसलमेर जा रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय ने कहा कि यह लोकतंत्र को बचाने का प्रयास है। गहलोत ने जयपुर हवाई अड्डे पर दो अंगुलियों से विजय की मुद्रा प्रदर्शित की, वहीं विपक्षी भाजपा ने इस मुद्दे पर चुटकी ली थी। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया था, ‘‘सब एक हैं, कोई खतरा नहीं है, लोकतंत्र है, सब ठीक है तो बाड़ेबंदी क्यों? और बिकाऊ कौन है? उनके नाम सार्वजनिक करो; बाड़े में भी अविश्वास! जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान है।’’
एक और ट्वीट में पूनिया ने लिखा था है कि कांग्रेस को टूट से बचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों को जैसलमेर ले गए, कहां तक भागेगी सरकार? वहीं संवाददाताओं से बातचीत में पूनिया ने कहा कि सरकार इस सत्र में भी विपक्ष द्वारा उठाये जाने वाले मुद्दों का सामना नहीं कर पायेगी, हम पूरी तैयारी के साथ प्रदेश के आमजन के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिये तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जो स्थिति राजस्थान में है, वह पार्टी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दोनों के लिए आत्मघाती है। कुछ खबरों के अनुसार पायटल समेत उनके खेमे के 19 विधायक भी दिल्ली के पास गुड़गांव के होटलों में डेरा डाले हैं।