जयपुर: राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से विधानसभा सत्र बुलाने की अपील की गई है, जबकि राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से अभी इनकार कर दिया गया है। अब कांग्रेस पार्टी के तीन बड़े नेता और देश के तीन पूर्व कानून मंत्रियों ने इस मामले को लेकर कलराज मिश्र को चिट्ठी लिखी है जिसमें राज्यपाल के विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर विचार रखे गए हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार और सलमान खुर्शीद ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है जिसमें कहा गया है कि राज्य सरकार के मंत्रियों और कैबिनेट द्वारा पास विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव को राज्यपाल को पास करना होता है, ये संवैधानिक नियम है। इसके अलावा संविधान के आर्टिकल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार विधानसभा का सेशन बुलाना राज्यपाल का कर्तव्य है।
इस चिट्ठी में कहा गया है कि अगर नियमों का पालन नहीं किया गया, तो ऐसी स्थिति में राज्य में संवैधानिक संकट पैदा हो सकता है। हमें उम्मीद है कि आप जल्द से जल्द इस मामले में फैसला लेंगे। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की राजस्थान सरकार की ओर से दो बार राज्यपाल को चिट्ठी लिख विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का राज्य मंत्रिमंडल का संशोधित प्रस्ताव कुछ 'सवालों' के साथ सरकार को वापस भेज दिया है। राजभवन सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच अशोक गहलोत के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल ने विधानसभा सत्र 31 जुलाई से आहूत करने के लिये राज्यपाल को शनिवार देर रात एक संशोधित प्रस्ताव भेजा था।