जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से अगले तीन महीने चुनौती भरे हो सकते हैं इसलिए अधिकारी व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं आने दें। गहलोत ने मंगलवार को राजधानी से लेकर ब्लॉक स्तर तक की समीक्षा बैठक में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रबंधन में राजस्थान देश में एक मॉडल राज्य के रूप में सामने आया है और देश-दुनिया में हमारे प्रयासों की सराहना हुई है लेकिन त्योहारी सीजन, सर्दी के मौसम व प्रदूषण के कारण अगले तीन महीने महामारी के दृष्टिकोण से बेहद चुनौती भरे हो सकते हैं। ऐसे में जिला प्रशासन, चिकित्सा व अन्य संबंधित विभाग पहले की तरह ही आगे भी समन्वय तथा पूरी क्षमता के साथ प्रबंधन करें ताकि आने वाले दिनों में महामारी की स्थिति विस्फोटक ना हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और इटली सहित कई देशों में दूसरे चरण में कोरोना वायरस संक्रमण काफी तेजी से फैला। कई देशों में दोबारा लॉकडाउन लगाना पड़ा। हमारे देश में भी आने वाले समय में संक्रमण बढ़ने की आशंका है। इसे देखते हुए सम्बन्धित अधिकारी सभी जिलों में पहले से ही तमाम आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें ताकि हमारे अब तक के प्रयास बेकार ना जाएं और हम आगे भी महामारी से सफलतापूर्वक लड़ सकें। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों से आने वाले मरीजों के उपचार में किसी तरह की कमी नहीं रखें।
गहलोत ने कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही पूरे देश में मास्क लगाने को अनिवार्य बनाएंगे, लेकिन राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य है जिसने मास्क के लिए जनआंदोलन जैसा कार्यक्रम शुरू किया है। साथ ही, राज्य में मास्क लगाने की अनिवार्यता के लिए कानून भी लाया गया है।