राजस्थान: सांसदी छोड़कर विधायक बने BJP के नेताओं को क्या-क्या मिला? यहां जानें डिटेल
राजस्थान विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी। इसके लिए भाजपा को 7 सांसदों को भी राजस्थान में उतारना पड़ा। ऐसे में हम देखेंगे कि सांसदी छोड़कर विधायक बनने वाले भाजपा नेताओं को फायदा हुआ है या नुकसान...
जयपुर: हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। वहीं इन पांचों राज्यों को जीतने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। हालांकि बीजेपी को पांच में से तीन राज्यों में जीत भी मिली। इसके बावजूद ये बात कहने से गुरेज नहीं करना चाहिए कि बीजेपी को ये चुनाव जीतने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। बीजेपी के लिए ये इतना ज्यादा जरूरी था कि उन्हें अपने सांसदों तक को मैदान में उतारना पड़ा। बीजेपी ने इन राज्यों में अपने 21 सांसदों को उतार दिया। इनमें से 12 सांसदों को जीत मिली, जबकि 9 सांसद ऐसे थे जो विधानसभा चुनाव में हार गए।
इन सांसदों ने लड़ा विधानसभा चुनाव
बात अगर राजस्थान की करें तो यहां भी बीजेपी ने सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा। राजस्थान में भी इन सांसदों का मिला-जुला ही हाल रहा। चुनाव लड़ने वाले 7 में से 4 सांसदों को जीत मिली, जबकि 3 सांसदों को हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी ने बाबा बालकनाथ, किरोड़ीलाल मीणा, दीया कुमारी, राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, भागीरथ चौधरी, नरेंद्र खीचड़ और देवजी पटेल को चुनावी मैदान में उतारा। इनमें से राज्यवर्द्धन सिंह राठौर, बाबा बालकनाथ, दीया कुमारी और किरोड़ीलाल मीणा को जीत मिली, जबकि भागीरथ चौधरी, नरेंद्र खीचड़ और देवजी पटेल चुनाव हार गए।
इन सांसदों को विधानसभा चुनाव में मिली जीत
अब अगर जीते हुए सांसदों की बात करें तो राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीतने वाले बीजेपी के चारों नेताओं ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी के पास अब विधायकी की सीट बरकरार रहेगी। वहीं इनमें से किरोड़ीलाल मीणा, दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भजन लाल शर्मा की कैबिनेट में जगह भी मिल गई है। वहीं दीया कुमारी को डिप्टी सीएम भी बना दिया गया है। इसके साथ ही राजस्थान सरकार की कैबिनेट में किसे कौन का विभाग मिलेगा यह भी तय कर दिया गया है। इसमें सभी मंत्रियों को उनके विभाग आवंटित कर दिए गए हैं।
जीतने वाले नेताओं में से इन्हें मिली कैबिनेट में जगह-
- दीया कुमारी- वित्त, पर्यटन, कला, साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल अधिकारिता विभाग
- किरोणीलाल मीणा- कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, जन अभियोग निराकरण विभाग
- राज्यवर्धन सिंह राठौर- उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, युवा मामले और खेल विभाग, कौशल नियोजन एवं उद्यमिता विभाग, सैनिक कल्याण विभाग
बीजेपी ने दर्ज की शानदार जीत
बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ। यहां की कुल 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर मतदान हुआ, जबकि एक सीट पर मतदान बाकी रह गया। राजस्थान की 199 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं राजस्थान में सरकार में रह चुकी कांग्रेस के खाते में सिर्फ 69 सीटें ही आईं। इसके अलावा निर्दलीय और अन्य को 15 सीटें मिली हैं। इनके अलावा करणपुर विधानसभा सीट पर 5 जनवरी को मतदान हुआ है, जिसके परिणाम 8 जनवरी को सामने आएंगे।
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