नीट पेपर लीक और अब राजस्थान में फर्जी डिग्री का खेल, 2 यूनिवर्सिटी संचालक समेत 3 गिरफ्तार
राजस्थान पुलिस की विशेष ऑपरेशन समूह (SOG) ने फर्डी डिग्री के खेल में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी शिक्षा क्षेत्र से ही जुड़े हुए हैं। राजस्थान के कई जिलों में यूनिवर्सिटी खोलकर फर्डी डिग्री बांट रहे हैं।
पिछले दिनों हुए नीट-यूजी पेपर लीक के बाद अब राजस्थान में फर्जी डिग्री बांटे जाने का मामला सामने आया है। राजस्थान पुलिस की विशेष ऑपरेशन समूह (SOG) ने शुक्रवार को विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों की फर्जी डिग्री एवं खेल प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में दो विश्वविद्यालयों के संचालकों और एक महिला को गिरफ्तार किया है।
जांच के दौरान ही 6 को किया गया था गिरफ्तार
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इस संबंध में दर्ज मामले में शुक्रवार को महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि एसओजी ने चूरू में ओपीजेएस विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों की फर्जी डिग्री एवं खेल प्रमाण पत्र जारी किए जाने की शिकायत की जांच की गई। जांच के दौरान ही 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
इन 2 विश्वविद्यालयों के संचालकों को किया गया गिरफ्तार
उन्होंने एक बयान में बताया कि एसओजी ने शुक्रवार को ओपीजेएस विश्वविद्यालय के संचालक जोगेन्द्र सिंह, एम के विश्वविद्यालय पाटन (गुजरात) एवं अलवर के सनराइज विश्वविद्यालय के संचालक जितेंद्र याऔर ओपीजेएस विश्वविद्यालय की पूर्व रजिस्ट्रार एवं चेयरपर्सन सरिता कडवासरा को गिरफ्तार किया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने बताया कि ओपीजेएस विश्वविद्यालय के संचालक जोगेन्द्र सिंह द्वारा बांरा के शाहबाद में वैदिक विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है। इसी प्रकार सनराईज विश्वविद्यालय के संचालक जितेन्द्र यादव द्वारा बूंदी के लाखेरी में जीत विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है।
जितेन्द्र यादव चुरु में चलाता है रिसॉर्ट भी
उन्होंने बताया कि जितेन्द्र यादव ओपीजेएस विश्वविद्यालय में 2015 से 2020 तक रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत रहा है। इसके साथ ही वह चूरू के रतनगढ़ में रिसॉर्ट भी चलाता है। उन्होंने बताया कि इस मामले में ओपीजेएस विश्वविद्यालय में पूर्व में रजिस्ट्रार और चेयरपर्सन रही सरिता कडवासरा को गिरफ्तार किया गया है। वह 2013 से 2015 तक विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार एवं 2015 से 2020 तक चेयरपर्सन रही हैं।
मान्यता से पहले ही बीएड एवं बीपीएड की फर्जी डिग्रियां
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने बताया कि आरोपियों ने पिछली तारीखों में सैकड़ों फर्जी डिग्रियां जारी की हैं। मान्यता से पहले ही बीएड एवं बीपीएड की डिग्रियां जारी कीं। साथ ही बिना मान्यता कोर्स संचालित किये एवं एसएससी कृषि की डिग्री जारी की है। आरोपियों ने फर्जी प्रवेश दिखाकर खेल प्रमाण पत्र भी जारी किए। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। मामले में अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
एजेंसी के इनपुट के साथ