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Hindi News राजस्थान Video: सरकारी अस्पताल छोड़ निजी क्लीनिक में मरीज देख रहे थे डॉक्टर साहब, अचानक पहुंचीं डीएम टीना डाबी, जानें फिर क्या हुआ

Video: सरकारी अस्पताल छोड़ निजी क्लीनिक में मरीज देख रहे थे डॉक्टर साहब, अचानक पहुंचीं डीएम टीना डाबी, जानें फिर क्या हुआ

जिला कलेक्टर टीना डाबी ने सबसे पहले राजकीय अस्पताल परिसर के अंदर ही चिकित्सकों के आवासों का दौरा किया। इस दौरान कई डॉक्टर चिकित्सा आवासों के अंदर ड्यूटी टाइम में मरीज देखते हुए मिले।

Tina Dabi- India TV Hindi Image Source : INDIA TV अस्पताल में जांच के दौरान टीना डाबी

बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी लगातार एक्शन मोड में दिखाई दे रही हैं। बुधवार को जहां शहर में सफाई अभियान चलाकर दुकानों के आगे गंदगी फैलाने वाले दुकानदारों को जमकर फटकार लगाई। वहीं दोबारा कचरा फैलाने और डस्टबिन नहीं लगाने की सूरत में दुकान बंद करवाने और भारी जुर्माना लगाने की चेतावनी दी। गुरुवार को टीना डाबी ने ड्यूटी टाइम में निजी क्लिनिकों पर मरीज देखने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की।

टीना डाबी को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि सरकारी डॉक्टर अस्पताल में नहीं रहते हैं और निजी क्लीनिक पर लोगों का इलाज करते हैं। इन शिकायतों के बाद उन्होंने गुरुवार को अचानक निजी क्लिनिकों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई सरकारी चिकित्सक ड्यूटी टाइम में निजी क्लीनिक पर मिले। इस पर नाराजगी जताते हुए टीना डाबी ने राजकीय अस्पताल के पीएमओ को ऐसे डॉक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

निजी क्लीनिक में मिले कई सरकारी डॉक्टर्स

जिला कलेक्टर टीना डाबी ने सबसे पहले राजकीय अस्पताल परिसर के अंदर ही चिकित्सकों के आवासों का दौरा किया। इस दौरान कई डॉक्टर चिकित्सा आवासों के अंदर ड्यूटी टाइम में मरीज देखते हुए मिले। इस पर डॉक्टरों ने कार्रवाई से बचने के लिए कई बहाने बनाए। हालांकि, उनकी बातों पर कलेक्टर ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। इसके बाद टीना डाबी राजकीय अस्पताल अधीक्षक डॉ बीएल मंसूरिया के चेंबर पहुंची जहां पर उपस्थिति रजिस्टर की जांच की गई तो पाया कि यह चिकित्सक सुबह अपनी उपस्थिति लगाकर वापस चले जाते हैं और अपने निजी क्लीनिक पर मरीज देखते हैं। ऐसे में टीना डाबी ने ऐसे डॉक्टर के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

डॉक्टर नदारद होने की शिकायतों के बाद कार्रवाई

इन दिनों बाड़मेर में मौसमी बीमारियों का जबरदस्त प्रकोप देखने को मिल रहा है। राजकीय अस्पताल की ओपीडी 5 हजार के करीब पहुंच गई है। ऐसे में अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है और उनके इलाज के लिए डॉक्टरों की जरूरत है, लेकिन कई चिकित्सक ओपीडी में मरीज देखने पहुंचते ही नहीं हैं, लेकिन उपस्थिति रजिस्टर के अंदर उनकी उपस्थिति दिख रही है। ऐसे में वेतन सरकारी और कार्य अपने निजी क्लीनिक और निजी अस्पतालों के अंदर सेवाएं देने की शिकायत लंबे समय से सामने आ रही थी। इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर टीना डाबी गुरुवार को निजी क्लीनिक और डॉक्टर के आवासों का निरीक्षण करने पहुंची थीं। इस दौरान कई सरकारी चिकित्सक अपनी ड्यूटी टाइम में अपने घर और निजी क्लीनिक में मिले। इसके बाद जिला कलेक्टर टीना डाबी ने अस्पताल प्रशासन से इन डॉक्टर से कारण बताओं नोटिस जारी कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

(बाड़मेर से कन्हैयालाल डलोरा की रिपोर्ट)

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