राजस्थान में 23 महिलाओं के साथ नौकरी के नाम पर गैंगरेप, नगर निगम के बड़े अधिकारियों पर FIR दर्ज
राजस्थान के सिरोही जिले में नगर निगम के दो वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप लगा है कि आंगनवाड़ी में नौकरी दिलाने के बहाने इन लोगों ने 23 महिलाओं को नशीला पदार्थ खिलाकर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया और उनकी वीडियो भी बनाई है।
राजस्थान के सिरोही से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। खबर है कि यहां कम से कम 23 महिलाओं को नशीला पदार्थ दिया गया और फिर उसके बाद उनके साथ गैंगरेप किया गया। इतना ही नहीं दरिंदों ने इन सभी महिलाओं के यौन उत्पीड़न के वीडियो भी बनाए और फिर इन अश्लील वीडियो की दम पर पैसे के लिए पीड़ित महिलाओं को ब्लैकमेल भी करते रहे। हैरानी की बात तो ये है कि इतने घिनौने अपराध के आरोप सिरोही नगर परिषद के अध्यक्ष महेंद्र मेवाड़ा और पूर्व नगर परिषद आयुक्त महेंद्र चौधरी पर लगे हैं।
नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज
आरोप लगाया है कि राजस्थान के सिरोही जिले में आंगनवाड़ी में नौकरी दिलाने के बहाने वरिष्ठ नगर निगम अधिकारियों ने इन महिलाओं को नशीला पदार्थ खिलाकर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया है। पुलिस ने बताया कि नगर परिषद के दो वरिष्ठ अधिकारियों- सिरोही नगर निगम के चेयरमैन महेंद्र मेवाड़ा और पूर्व नगर निगम आयुक्त, महेंद्र चौधरी पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
23 महिलाओं के साथ रेप कर अश्लील वीडियो भी बनाए
पुलिस के अनुसार, ये चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब कथित पीड़ितों में से एक ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। इसमें आरोप लगाया गया है कि दोनों आरोपियों ने आंगनवाड़ी में रोजगार दिलाने का वादा करके उसके और अन्य महिलाओं के साथ बलात्कार किया। अपनी शिकायत में राजस्थान के पाली जिले की रहने वाली महिला ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने 23 महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया है। पीड़ित महिला ने दावा किया कि आरोपियों ने पीड़ितों के यौन उत्पीड़न का वीडियो भी बनाया और इसका इस्तेमाल महिलाओं को पैसे के लिए ब्लैकमेल करने के लिए किया।
आंगनवाड़ी में नौकरी लेने गई थीं महिलाएं
पुलिस की शिकायत में पीड़ित महिला ने बताया कि आरोपियों ने पांच-पांच लाख रुपये नहीं देने पर यौन शोषण के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करने की धमकी दी है। इस मामले पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता, अन्य पीड़िता के साथ, कुछ महीने पहले आंगनवाड़ी में नौकरी लेने के लिए सिरोही गई थी। यहां उनकी पहचान आरोपियों से हुई, जिन्होंने उन्हें आवास और भोजन उपलब्ध कराया। इसपर और जानकारी देते हुए महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि दो लोगों ने उन्हें नशीला पदार्थ मिला हुआ खाना परोसा, जिससे वे बेहोश हो गईं और आरोपियों ने उनके साथ बलात्कार किया और रेप का वीडियो बनाया।
पुलिस मान रही थी झूठी शिकायत, कोर्ट के आदेश के बाद FIR दर्ज
शिकायतकर्ता ने कहा कि जब उन्हें होश आया तो आरोपियों ने उन्हें बता भी दिया अपने वहसी उद्देश्यों के लिए उनके साथ रेप किया है। उसने आगे आरोप लगाया कि दोनों व्यक्तियों ने पीड़ितों को उनकी मांगों के अनुसार यौन संबंधों में शामिल होने के लिए मजबूर करने के लिए वीडियो का इस्तेमाल किया। वहीं इल मामले में पुलिस उपाधीक्षक पारस चौधरी ने कहा कि महिलाओं ने पहले झूठी शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, अब राजस्थान हाई कोर्ट में आठ महिलाओं की याचिका के बाद मामला दर्ज किया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि आगे की जांच जारी है।
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