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Hindi News पंजाब पंजाब में लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह के तीन गुर्गे अरेस्ट, पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा

पंजाब में लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह के तीन गुर्गे अरेस्ट, पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा

हरचरणजीत ने बताया कि उसे प्रतिद्वंद्वी गिरोह के एक सदस्य को खत्म करने में गुरप्रीत और मनिंदर की मदद करने का जिम्मा सौंपा गया था। गैंगस्टर मन्ना वर्तमान में रूपनगर जेल में बंद है।

सांकेतिक तस्वीर- India TV Hindi Image Source : ANI सांकेतिक तस्वीर

चंडीगढ़: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अमेरिका में रह रहे गोल्डी बराड़ के गिरोह के तीन कथित गुर्गों को पंजाब पुलिस ने राजस्थान पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से दो पिस्तौल और छह कारतूस भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान मानसा के भीखी निवासी गुरप्रीत सिंह, बठिंडा के तलवंडी साबो निवासी मनिंदर सिंह उर्फ ​​मुंशी और मानसा के बीर खुर्द गांव निवासी हरचरणजीत सिंह के रूप में हुई है।

डीजीपी ने दी ये जानकारी

उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों का आपराधिक इतिहास है। उनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, शस्त्र अधिनियम सहित अन्य कई मामले दर्ज हैं। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि विश्वसनीय सूचना के आधार पर राजस्थान पुलिस के साथ गैंगस्टर रोधी कार्यबल ने संयुक्त अभियान चलाया और हरचरणजीत को पकड़ लिया जो हत्या की कोशिश के मामले में वांछित था। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान हरचरणजीत ने खुलासा किया कि वह कुख्यात गैंगस्टर मनप्रीत सिंह उर्फ ​​मन्ना के निर्देश पर काम कर रहा था।

रूपनगर जेल में बंद है गैंगस्टर 

हरचरणजीत ने बताया कि उसे प्रतिद्वंद्वी गिरोह के एक सदस्य को खत्म करने में गुरप्रीत और मनिंदर की मदद करने का जिम्मा सौंपा गया था। गैंगस्टर मन्ना वर्तमान में रूपनगर जेल में बंद है। वह लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है। यादव ने बताया कि हरचरणजीत के खुलासे के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश अभियान शुरू किया और बठिंडा के मानसा रोड से उन्हें गिरफ्तार करने में सफल रही।

सात किग्रा हेरोइन और पांच पिस्तौल बरामद

वहीं, पंजाब पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से सात किलोग्राम हेरोइन और पांच पिस्तौल बरामद की है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार आरोपी पाकिस्तान के कुछ तस्करों के सीधे संपर्क में थे और ड्रोन के जरिए सीमा पार से तस्करी कर लाए गए हथियारों और मादक पदार्थों की खेप को पूरे राज्य में पहुंचा रहे थे।

इनपुट- भाषा