'ये लीजिए 47,000 करोड़ के कर्ज का हिसाब', CM भगवंत मान ने राज्यपाल को लिखा पत्र
पिछले महीने, भगवंत मान ने राज्यपाल से 5,637.40 करोड़ रुपये की लंबित ग्रामीण विकास निधि (RDF) का मुद्दा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ उठाने का आग्रह किया था।
चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी सरकार द्वारा उधार लिए जाने के मुद्दे पर मंगलवार को राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को पत्र लिखकर कहा कि 27,000 करोड़ रुपये की ‘‘विशाल राशि विरासत में मिले कर्ज पर ब्याज चुकाने में व्यय हो गई।’’ राज्यपाल के एक पत्र का जवाब देते हुए, मान ने लिखा कि उनकी सरकार ने लगभग 47,000 करोड़ रुपये उधार लिये, जिसमें 2022-23 में 32,447 करोड़ रुपये और अप्रैल से अगस्त 2023 तक 14,660 करोड़ रुपये शामिल है। उन्होंने उधार लिए गए पैसे से किए गए खर्च के आंकड़ों को साझा करते हुए कहा, ‘‘27,016 करोड़ रुपये की एक बड़ी राशि उस कर्ज पर ब्याज चुकाने में चली गई जो आपकी सरकार को विरासत में मिली थी।’’
मान ने लिखा, ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान, पिछली सरकारों द्वारा छोड़े गए मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया गया... हमने अपने पूर्ववर्तियों द्वारा नजरअंदाज किए गए संस्थानों या योजनाओं को वित्त पोषित करने के लिए ऋण और अपने स्वयं के राजस्व संसाधनों दोनों का उपयोग किया। नये ऋण का उपयोग पूंजीगत संपत्तियों और राज्य में विकास गतिविधियां शुरू करने के लिए किया।’’
राज्यपाल को खर्च किए गए एक-एक पैसे का दे दिया हिसाब- CM मान
पिछले महीने, मान ने राज्यपाल से 5,637.40 करोड़ रुपये की लंबित ग्रामीण विकास निधि (RDF) का मुद्दा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ उठाने का आग्रह किया था। पुरोहित ने अपने जवाब में कहा था कि उन्हें पता चला है कि आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान पंजाब का कर्ज लगभग 50,000 करोड़ रुपये बढ़ गया और उन्होंने इस ‘‘भारी राशि’’ के उपयोग का विवरण मांगा था ताकि वह प्रधानमंत्री को आश्वस्त कर सकें कि धन का उचित उपयोग किया गया। मान ने मंगलवार को रूपनगर जिले के चमकौर साहिब में पत्रकारों से कहा कि उन्होंने राज्यपाल को खर्च किए गए एक-एक पैसे का हिसाब दे दिया है।
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