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Hindi News पंजाब जेल से रिहा हुआ खालिस्तानी सपोर्टर लवप्रीत तूफान, अमृतपाल सिंह का है बेहद खास

जेल से रिहा हुआ खालिस्तानी सपोर्टर लवप्रीत तूफान, अमृतपाल सिंह का है बेहद खास

गौरतलब है कि एक व्यक्ति के अपहरण के आरोप में पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर मामला दर्ज किया था। इस कारण अमृतपाल सिंह की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में लोग तलवार व अन्य हथियार लेकर पंजाब के अजनाला में एकत्रित हुए और पुलिस थाने पर हमला भी किया था।

Lovepreet toofan released from Amritsar jail very close to khalistani supporter Amritpal Singh - India TV Hindi Image Source : PTI लवप्रीत तूफान जेल से रिहा

पंजाब की अजनाला कोर्ट द्वारा जारी आदेश के बाद अमृतसर की जेल से अमृतपाल सिंह के सहयोगी लवप्रीत तूफान की रिहाई हो चुकी है। इस बाबत एसएसपी ग्रामीण, अमृतसर सतिंदर सिंह ने बताया था कि लवप्रीत तूफान को रिहा करने को लेकर आवेदन दिया गया था। इस बाबत कोर्ट द्वारा उसे रिहा करने के आदेश जारी किए गए हैं। बता दें कि लवप्रीत तूफान अमृतपाल सिंह का बेहद खास है। इस मामले में गुरुवार के दिन पंजाब में 'वारिस पंजाब दे' से संबंधित हजारों लोगों द्वारा अजनाला में बवाल किया गया था।

वारिस पंजाब दे के समर्थकों ने अमृतसर के अजनाला में एक थाने पर भी हमला कर दिया था। ये लोग वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। बता दें कि अमृतपाल सिंह एक स्वयंभू धार्मिक उपदेशक है जो कि खालिस्तान सेंटिमेंट को लेकर सहानुभूति रखता है। गौरतलब है कि एक व्यक्ति के अपहरण के आरोप में पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर मामला दर्ज किया था। इस कारण अमृतपाल सिंह की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में लोग तलवार व अन्य हथियार लेकर पंजाब के अजनाला में एकत्रित हुए और पुलिस थाने पर हमला भी किया था।

अजनाला में स्थिति तनावपूर्ण

अजनाला की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कई गई है। मौके पर एसएसपी रूरल सतिंदर सिंह भी खुद पुलिस स्टेशन के अंदर मौजूद हैं। वहीं दूसरी तरफ पुलिस स्टेशन को पूरी तरह से घर कर रखा गया है, ताकि जो घटना गुरुवार के दिन घटी थी, वह दोबारा न घट सके। अमृतपाल के साथी पप्पल प्रीत सिंह ने कहा कि अमृतपाल कोई निजी लड़ाई नहीं लड़ रहा है। वह सिख धर्म की लड़ाई लड़ रहा है। लवप्रीत तूफान की रिहाई के बाद सभी कार्यकर्ता श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने भी जाएंगे।