पंजाब विधानसभा से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को मार्शल ने बाहर निकाला, आप पर भड़के बाजवा
पंजाब विधानसभा से बाहर निकाले गए कांग्रेस विधायकों को लेकर नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। दो दिन पहले हमारी बिजनेस एडवाइजरी काउंसिल की बैठक हुई थी।
चंडीगढ़: पंजाब सरकार के बजट पर बुधवार को विधानसभा में चर्चा के दौरान बोलने के लिए और समय की मांग कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के सदन से बाहर जाने से इनकार करने के बाद मार्शल उन्हें उठाकर बाहर ले गये। विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने यह आरोप लगाते हुए विरोध किया कि विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने वडिंग को बोलने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया है। उसके बाद सदन में शोर-शराब होने लगा।
जानें पूरा मामला
स्पीकर संधवान ने विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने को लेकर अबोहर के विधायक संदीप जाखड़ को छोड़कर कांग्रेस विधायकों का ‘‘नाम’’ लिया और कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन में तब विरोध प्रदर्शन होने लगा जब अध्यक्ष ने वडिंग से कहा कि उन्हें आवंटित समय खत्म हो चुका है और यह कि कांग्रेस को बजट पर चर्चा के लिए 28 मिनट दिये गये थे।
बाजवा ने स्पीकर से की ये मांग
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने संधवान से चर्चा में बोलने के लिए वडिंग को और समय देने की मांग की लेकिन उनका अनुरोध नहीं माना गया। सत्तापक्ष और विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई तथा शोर-शराब के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। कांग्रेस सदस्यों के नाम लेने के बाद अध्यक्ष ने मार्शल को इन विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तब गिद्दरबाहा के विधायक वडिंग ने सदन से जाने से जाने से इनकार कर दिया और वह फर्श पर बैठ गये। इस पर मार्शल उन्हें उठाकर सदन से बाहर ले गये।
आप पर भड़के बाजपा
पंजाब विधानसभा से बाहर निकाले गए कांग्रेस विधायकों को लेकर नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। दो दिन पहले हमारी बिजनेस एडवाइजरी काउंसिल की बैठक हुई थी। मैं भी नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उस बैठक में था। हमने अनुरोध किया था कि बजट और राज्यपाल के अभिभाषण पर कम से कम दो दिन बहस होनी चाहिए लेकिन चर्चा तुरंत शुरू हुई क्योंकि उन्हें संदेह था कि केंद्र सरकार कुछ चुनाव संहिता लागू करेगी और अगर बजट पारित नहीं हुआ तो इससे समस्याएं पैदा होंगी।
अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पर बजट को चर्चा के लिए आवंटित समय से पांच मिनट अधिक दिया गया। मंगलवार को विधानसभा में बजट पेश किया गया था। पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और विपक्षी कांग्रेस अखिल भारतीय स्तर पर विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं लेकिन दोनों पंजाब में अकेले अपने बलबूते पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि वे दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ एवं गोवा में मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
इनपुट- एएनआई, भाषा