A
Hindi News पंजाब हंगामे के बीच चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित, वापस लौटे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षद

हंगामे के बीच चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित, वापस लौटे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षद

चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित, वापस लौटे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षद

 Chandigarh Mayor elections- India TV Hindi Image Source : ANI चंडीगढ़ मेयर चुनाव।

गुरुवार को होने वाला चंडीगढ़ मेयर चुनाव हंगामे के बीच स्थगित हो गया है। चंडीगढ़ नगर निगम कार्यालय के बाहर हंगामें में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पूर्व सांसद पहुंचे थे। कांग्रेस के पार्षदों ने आरोप लगाया है कि उनको नगर निगम कार्यालय में एंट्री नहीं दी जा रही है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने आरोप लगाया है कि  यह चुनाव को टालने की साजिश है क्योंकि भाजपा उनके पार्षदों को तोड़ नहीं सकी।

प्रिजाइडिंग ऑफिसर की तबीयत बिगड़ी

जानकारी के मुताबिक, मेयर चुनाव के लिए तैनात किए गए प्रिजाइडिंग ऑफिसर अनिल मसीह की तबीयत बिगड़ गई है। इसलिए पार्षदों को अभी अंदर एंट्री नहीं दी गई। वहीं, पूरे मुद्दे पर कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा है यह चुनाव को टालने की साजिश है क्योंकि भाजपा उनके पार्षदों को तोड़ नहीं सकी इसलिए अब चुनाव को टाला जा रहा है हम लोग कोर्ट जाएंगे।

11 बजे होनी थी वोटिंग

चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया गुरुवार को 11 बजे शुरू होनी थी। हालांकि, बीजेपी का कोई भी पार्षद नगर निगम कार्यालय में नहीं पहुंचा। गठबंधन के पार्षदों ने आरोप लगाया कि उनको निगम कार्यालय में एंट्री नहीं दी गई थी। इसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षद भी निगम कार्यालय के बाहर से वापस चले गए। वहीं, AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा है कि इंडी गठबंधन से बीजेपी घबरा गई है ये तो छोटा सा चुनाव था, इसमें ये हाल है। इससे साफ है कि 2024 में जब इंडी गठबंधन मिल कर चुनाव लड़ेगा तो बीजेपी का क्या हाल होगा। भारत की 135 करोड़ जनता बीजेपी को मुंह तोड़ जवाब देगी।

ज्वाइंट कमिश्नर ने जारी किया पत्र

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए नियुक्त किए प्रिजाइडिंग ऑफिसर अनिल मसीह की तबीयत खराब बिगड़ने को लेकर निगम की ज्वाइंट कमिश्नर इशा कंबोज ने पत्र जारी किया गया है। पत्र में लिखा गया की अनिल मसीह ने उन्हें टेलीफोन पर जानकारी दी है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है इसलिए वह आज होने वाले मेयर चुनाव के लिए आने में असमर्थ हैं। इसलिए कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर निगम कार्यालय में किसी भी प्रकार की एंट्री को रोका जाए। 

ये भी पढ़ें- पत्नी और बेटे संग इस पूर्व CM ने फिर थामा कांग्रेस का हाथ, कभी अपने एक वोट से गिरा दी थी केंद्र सरकार

ये भी पढ़ें- 'पंजाब विरोधी ताकतों को सफल नहीं होने देंगे', पन्नू की धमकी पर बोले भगवंत मान