A
Hindi News पंजाब पानी को लेकर बहा खून! पहले धारदार हथियार फिर चली गोलियां, 4 की मौत, 8 घायल

पानी को लेकर बहा खून! पहले धारदार हथियार फिर चली गोलियां, 4 की मौत, 8 घायल

पानी को लेकर हुए विवाद में जिन बंदूकों से गोलियां चली हैं, वह लाइसेंस वाली बंदूकें थीं। ऐसे में गन हाउस पर भी कार्रवाई हो सकती है कि पुलिस की अनुमति के बिना किस आधार पर हथियार वापस किए गए।

Representative Image- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

पंजाब के गुरदासपुर में पानी को लेकर हुए विवाद में जमकर खून बहा। दो पक्षों के बीच हुई लड़ाई में चार लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हैं। पुलिस ने मौके से गोलियों के 30 खोल बरामद किए हैं। विवाद में जिन बंदूकों से गोलियां चली हैं, वह लाइसेंस वाली बंदूकें थीं। ऐसे में गन हाउस पर भी कार्रवाई हो सकती है।

विवाद पानी वाली खाल को लेकर शुरू हुआ और यह दो गुटों में खूनी जंग में बदल गया। दोनों तरफ से अंधाधुंध फायरिंग की गई, जिसमें लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हैं। गुरदासपुर के कस्बा श्री हरगोबिंदपुर में रविवार शाम सात बजे एक चौराहे पर दोनों गुट आपस में भिड़ गए। पहले धारदार हथियार चले और फिर गोलियां बरसने लगीं। इस घटना दोनों गुटों के कुल चार लोगों की मौत हो गई। आठ लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने 30 के करीब गोलियों के खोल बरामद कर लिए हैं और आगे की जांच में जुटी है।

लाइसेंस वाले थे हथियार

पुलिस मुताबिक घटना में इस्तेमाल हुए हथियार लाइसेंस वाले थे। चुनाव के चलते इन्हें जब्त किया गया था। ऐसे में गन हाऊस वाले पर भी इस आधार पर कार्रवाई की जा सकती है कि पुलिस की इजाजत लिए बिना हथियार कैसे दे दिए गए। 

दोनों गुट के दो-दो लोगों की मौत

एसएसपी बटाला अश्वनी गोटयाल का कहना है कि पानी वाली खाल को लेकर दोनों गुटों में रंजिश थी। श्री हरगोबिंदपुर के लाइटें वाले चौंक में शाम सात बजे दोनों गुट के लोग आपस में भिड़ गए। पहले तेज धार हथियार चले और फिर गोलियों की बौछार हो गई। एक गुट में चार और दूसरे में आठ लोग थे। दोनों ग्रुपों के कुल चार लोगों की मौत हो गई और आठ जख्मी हो गए। घायलों का इलाज चल रहा है और खतरे से बाहर हैं। मरने वालों में शमशेर सिंह और बलजीत सिंह एक ग्रुप के हैं। निर्मल सिंह और बलराज सिंह दूसरे ग्रुप के हैं। पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। यह सारी वारदात पानी की खाल को लेकर चल रही रंजिश के चलते हुई है।