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Hindi News पंजाब "माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं", बेअदबी मामले में CM मान का सुखबीर बादल पर निशाना

"माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं", बेअदबी मामले में CM मान का सुखबीर बादल पर निशाना

भगवंत मान ने 2015 की बेअदबी की घटनाओं को लेकर सुखबीर सिंह बादल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं।

भगवंत मान- India TV Hindi Image Source : PTI भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 2015 की बेअदबी की घटनाओं को लेकर सुखबीर सिंह बादल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं। इससे पहले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख बादल ने अपनी पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान की "सभी गलतियों" के लिए "बिना शर्त माफी" मांगी थी। होशियारपुर में राज्य वन महोत्सव समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीएम भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी से संबंधित 2015 की घटनाओं में "नये सबूत" एकत्रित कर रही है और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। 

अकाल तख्त को बादल का माफीनामा

परोक्ष तौर पर बादल की ओर इशारा करते हुए मान ने कहा कि कुछ लोग अपनी गलतियों के लिए माफी मांग रहे हैं। मान ने किसी का नाम लिए बिना कहा, "जब कुछ पत्रकारों ने इस बारे में पूछा तो मैंने कहा कि माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं। अपराधों के लिए सजा होती है। आपने अपराध किए हैं।" उन्होंने कहा कि गलती जानबूझकर या अनजाने में हो सकती है, लेकिन जो जानबूझकर किया जाता है वह अपराध होता है। अकाल तख्त के जत्थेदार को लिखे एक पत्र को सोमवार को सार्वजनिक किया गया, जिसमें शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख बादल ने पंजाब में पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान की "सभी गलतियों" के लिए "बिना शर्त माफी" मांगी है।

"हम मामले में नए सबूत इकट्ठा कर रहे"

वर्ष 2015 के बेअदबी के मामलों का जिक्र करते हुए मान ने कहा, "हम मामले में नए सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। कुछ लोग जो पहले नहीं बोल रहे थे, अब सामने आए हैं। हम नए दस्तावेज जुटा रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हर किसी को बेअदबी की घटनाओं को लेकर तकलीफ है। इसके लिए सजा मिलनी चाहिए।" मान ने कहा, "कुछ दिनों में हमारे पास कुछ नए दस्तावेज होंगे। कोई सोच भी नहीं सकता कि लोग इस स्तर तक गिर सकते हैं।" वर्ष 2015 में शिरोमणि अकाली दल सत्ता में था। उस समय फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाएं हुई थीं। फरीदकोट में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। (भाषा)

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