चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल को ‘‘राजनीतिक शरण’’ देने और प्रवर्तन निदेशालय के समन के बीच उन्हें बचाने का आरोप लगाया। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। मुख्यमंत्री बुधवार शाम होशियारपुर जिले के एक विपश्यना केंद्र में 10 दिनों के प्रवास के लिए पहुंचे।
केजरीवाल को राजनीतिक शरण दे रहे भगवंत मान: अकाली दल
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप कलेर ने एक बयान में कहा, ‘‘देश के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री को केंद्रीय एजेंसी के चंगुल से बचाने के लिए दूसरे राज्य में राजनीतिक शरण मिली है। कलेर ने केजरीवाल से इस बात का जवाब देने को कहा कि अगर वह निर्दोष हैं तो प्रवर्तन निदेशालय से भाग क्यों रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि केजरीवाल पूछताछ का सामना नहीं कर सकते।
पंजाब में विपश्यना कर रहे केजरीवाल
आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को समन जारी करने के समय पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पार्टी के अधिवक्ता नोटिस का अध्ययन कर रहे हैं और ‘‘कानूनी रूप से उचित’’ कदम उठाए जाएंगे। पार्टी ने कहा था कि केजरीवाल का विपश्यना सत्र ‘‘पूर्व निर्धारित’’ था और यह जानकारी सार्वजनिक थी। आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा था, ‘‘हर कोई जानता है कि मुख्यमंत्री 19 दिसंबर को विपश्यना सत्र के लिए जा रहे हैं। वह नियमित रूप से इस ध्यान सत्र के लिए जाते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित और पूर्व घोषित कार्यक्रम है।