पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को प्राइमरी स्कूल के टीचर्स से मुलाकात की, जिन्हें ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजा गया। इस दौरान सीएम मान ने कहा कि 72 टैलेंटेड टीचर्स के एक ग्रुप को तीन सप्ताह के दौरे पर फिनलैंड भेजा गया है। वे यूनिवर्सिटी कैंपस में भाग लेंगे और उन्हें विभिन्न विषयों से परिचित कराया जाएगा। जमीनी स्तर पर काम कर रहे लोगों को भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले खेलों में भी ऐसा ही था। ओलंपिक में कम खिलाड़ी और अधिक राजनेता जाते थे। खिलाड़ी इकॉनोमिक क्लास में यात्रा करते थे और राजनेता प्रथम श्रेणी में यात्रा करते थे। उन्हें पदकों की परवाह नहीं थी। वे अपने परिवार के साथ सरकारी खर्चे पर छुट्टियां मनाने वहां गए।
इससे पहले आम आदमी पार्टी की मान सरकार ने प्रिंसिपलों को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेजा था। पंजाब के सीएम ने टीचर्स को बधाई देते हुए कहा, "आप पंजाब और देश के भविष्य लिख रहे हो। आप बच्चों के टैलेंट को निखारते हो। आज के वक्त में पढ़ाई सबसे अनमोल चीज है। हमारी पार्टी जब बनी थी, तो हमारा एक ही उद्देश्य था कि दिल्ली के स्कूलों और अस्पताल को किसी तरह अच्छा बनाना है।"
"दिल्ली में बहुत चैलेंज फेस करने पड़े"
उन्होंने आग कहा, "आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों को सुधारने करने का फैसला लिया। दिल्ली में बहुत चैलेंज फेस करने पड़े, लेकिन लगातार काम करने के बाद आज दिल्ली के एजुकेशन मॉडल की सभी तारीफ करते हैं।" सीएम मान ने आगे कहा, "पहली बार सरकार स्कूलों में हमने पेरेंट्स टीचर मीटिंग शुरू की, जिससे मां-बाप को पता हो कि उनका बच्चा क्या पढ़ रहा है और क्या कर रहा है। इससे स्कूल के बाद भी किस माहौल में बच्चा रह रहा है, इस बारे में भी परिवार को बच्चे के बारे में पता चलेगा। हम आने वाले दिनों में एक मेगा पीटीएम करेंगे। ऐसा पहली बार हुआ है कि पंजाब के 157 बच्चों ने आईआईटी का टेस्ट पास किया है।"
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