पंजाब के अमृतसर में मूर्ति विसर्जन के दौरान चार युवह ब्यास नहर में डूब गए। ये सभी लोग भगवान कृष्ण की मूर्ति विसर्जित करने आए थे। इनके साथ अन्य लोग भी थे, लेकिन चार युवक पानी में नहाने के लिए चले गए और बहाव तेज होने के कारण डूब गए। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और गोताखोरों की मदद से डूबे हुए युवकों की तलाश शुरू की, लेकिन अब तक युवकों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
अमृतसर की ब्यास नहर में कृष्ण जन्माष्ठमी के बाद करीब 50 लोग कृष्ण कप नहलाने आए थे, जिनमें से चार लोग नदी में नहाने चले गए और पानी का बहाव तेज होने के कारण बह गए। पुलिस को सूचना मिलने के बाद गोताखोरों की मदद से उन्हें ढूंढने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं पता चला है।
मूर्ति विसर्जन के दौरान जमकर हो रहे हादसे
देश में मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ी संख्या में हादसे होते रहे हैं। इसी वजह से सभी को इस दौरान सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। हर साल गणेश चतुर्थी और नवरात्र के बाद घाटों पर हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाते हैं। 2023 में भी मूर्ति विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं के डूबने की कई घटनाएं सामने आई थीं। महाराष्ट्र सरकार ने पिछले साल गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए 19 हजार से ज्यादा जवान तैनात किए थे।
एसडीआरएफ की टीमें भी होती हैं तैनात
अनंत चतुर्दशी पर तैनात पुलिसकर्मियों में 16,250 कांस्टेबल, 2,866 अधिकारी, 45 सहायक पुलिस आयुक्त, 25 पुलिस उपायुक्त, आठ अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा, राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की 35 प्लाटून, त्वरित कार्यबल (आरएएफ) की एक कंपनी, त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और होम गार्ड शहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात थे।
(अमृतसर से विशाल शर्मा की रिपोर्ट)
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