नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के दौरान करदाताओं की मदद करने के लिए आयकर विभाग ने लंबित आयकर रिफंड में तेजी लाई है। आयकर विभाग ने 8 अप्रैल से 30 जून, 2020 के दौरान प्रति मिनट 76 मामलों का निपटान कर स्पीड का एक नया रिकॉर्ड बनाया है। 56 कार्यदिवसों के दौरान केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने 20.44 लाख करदाताओं को 62,361 करोड़ रुपए का आयकर रिफंड किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को ट्वीट कर बताया कि आयकर विभाग ने 20 लाख से अधिक आयकर दाताओं को 62,361 करोड़ रुपए का आयकर रिफंड किया है। उन्होंने बताया कि 19,07,853 आयकर दाताओं को 23,453.57 करोड़ रुपए का आयकर रिफंड किया गया है, वहीं 1,36,744 मामलों में 38,908.37 करोड़ रुपए का कॉरपोरेट टैक्स रिफंड किया गया है।
इस तेजी से और इतनी बड़ी संख्या में जारी किए गए रिफंड को पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिकली रूप से सीधे आयकरदाता के बैंक खाते में जमा कराया गया है। मंत्री ने कहा है कि आयकरदाता यह समझ सकते हैं कि आयकर विभाग न केवल उनका सहयोगी है, बल्कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान तरलता भी उपलब्ध करवा रहा है।
सीबीडीटी ने कहा है कि आयकरदाताओं को विभाग द्वारा भेजे गए ईमेल का तुरंत जवाब देना चाहिए ताकि उनके मामले में रिफंड को प्रोसेस किया जा सके और सही तरीके से उसे जारी किया सके। आयकर विभाग द्वारा भेजे गए इस तरह के ईमेल में आयकरदाताओं से उनके बकाया डिमांड, बैंक खाता संख्या आदि के बारे में पुष्टि की जाती है। सभी मामलों में आयकरदाताओं से मिलने वाले त्वरित जवाब से आयकर विभाग को उनका रिफंड शीघ्रता से प्रोसेस करने में मदद मिलती है।
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