लोन एप्लीकेशन हो जाए रिजेक्ट तो आपके पास क्या हैं विकल्प, यहां जान लें ये बातें, आ सकती हैं आपके काम
आपको अपने लोन एप्लीकेशन के रिजेक्ट होने की वजह को समझना चाहिए और खुद पर सुधार करता हुए एक्शन लेना चाहिए। कुछ जरूरी होमवर्क हैं जिन्हें आपको पूरे करने होंगे, तभी आगे आप लोन पाने के योग्य हो सकते हैं।
लाइफ में लोन की जरूरत कभी भी किसी को भी पड़ सकती है। इसके लिए आप बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों में अप्लाई भी करते हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि बैंक आपके लोन एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर देते हैं। ऐसी स्थिति में आप काफी असहज हो जाते हैं। परेशान हो जाते हैं। आमतौर पर ऐसा तभी होता है जब किसी कस्टमर का पहले के लोन रीपेमेंट या अन्य पेमेंट में गड़बड़ियां या देरी से पेमेंट का ट्रैक रिकॉर्ड होता है। कई बार निगेटिव क्रेडिट हिस्ट्री भी लोन के एप्लीकेशन को रिजेक्ट करने की वजह बनता है।
खुद पर सुधार करता हुए एक्शन लेना होगा
अगर आपने हाल ही में ऐसी स्थिति का सामना किया है तो आपको अपने लोन एप्लीकेशन के रिजेक्ट होने की वजह को समझना चाहिए और खुद पर सुधार करता हुए एक्शन लेना चाहिए। इससे आपके लोन पाने का रास्ता तैयार होगा। फाइनेंशियल एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, एक्सपर्ट का कहना है कि आपके क्रेडिट स्कोर पर इन अस्वीकरणों के प्रभाव की निगरानी करना जरूरी है क्योंकि कई रिजेक्शन आपके स्कोर को खराब कर सकते हैं, जिससे रिकवरी के लिए महीनों या सालों लगते हैं। अगर आपका लोन एप्लीकेशन अस्वीकार कर दिया गया है तो निम्न बातों पर ध्यान दीजिए।
सबसे पहले वजह को समझें
आपका लोन एप्लीकेशन क्यों रिजेक्ट कर दिया गया, सबसे पहले इसकी वजह को पहचानें। आप खुद अपनी एलिजिबिलिटी की समस्या को सुधार सकते हैं। रिजेक्शन की वजहों में कमजोर सिबिल स्कोर (700 से नीचे), अपर्याप्त आय, मौजूदा ऋण, पूर्व ऋणों पर देर से या गैर-भुगतान, समस्याग्रस्त नौकरी का इतिहास, या गिरवी रखी गई संपत्तियों से संबंधित कानूनी जटिलताएं हो सकती हैं। क्रेडिट रिपोर्ट में त्रुटियां, जैसे कि आपका पैन गलती से किसी और के लोन डिफ़ॉल्ट से जुड़ा हुआ है, यह भी कारण बन सकते हैं।
समय पर लोन रीपेमेंट
ईएमआई और पुराने लोन का समय पर भुगतान सुनिश्चत करना जरूरी है। 750 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर सर्वोत्तम ऋण प्रस्तावों के द्वार खोलता है। अगर कम क्रेडिट स्कोर रिजेक्शन की वजह बना, तो इसे सुधारने पर ध्यान केंद्रित करें। कम क्रेडिट इस्तेमाल अनुपात (सीयूआर) बनाए रखें और अपने स्कोर पर प्रतिकूल प्रभाव को रोकने के लिए मौजूदा क्रेडिट कार्ड को बंद करने या नए के लिए आवेदन करने से बचें।
सटीक डॉक्यूमेंट पर काम करें
नाम, पता, हस्ताक्षर, पैन, आधार और लोन एप्लीकेशन के लिए जरूरी अन्य डॉक्यूमेंट्स जैसे जरूरी डिटेल्स में सटीकता और स्थिरता सुनिश्चित करें। इन गैर-वित्तीय पहलुओं में बेमेल के चलते गैरजरूरी अस्वीकृति हो सकती है, जिससे आपके लोन स्वीकृत होने की संभावना कम हो सकती है।
छोटी अवधि के अन्दर कई लोन अप्लाई न करें
एक छोटी अवधि में अगर आप बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक या वित्तीय संस्थान आपके क्रेडिट हिस्ट्री की कड़ी इक्वायरी करता है। इससे आपके क्रेडिट स्कोर को मामूली रूप से कम कर देती हैं। अपने स्कोर को सुरक्षित रखने और आगे रिजेक्शन से बचने के लिए, कई लोन अप्लाई करने से बचें।
अपने क्रेडिट स्कोर की नियमित रूप से निगरानी करें
भुगतान, देरी या लोन पर डिफॉल्ट के चलते होने वाले परिवर्तनों के बारे में सूचित रहने के लिए मासिक रूप से अपने क्रेडिट स्कोर की निगरानी करना जरूरी है। एक्सपेरियन या सीआईबीआईएल से मासिक क्रेडिट रिपोर्ट हासिल करने से आपकी क्रेडिट गतिविधि, पेमेंट हिस्ट्री और लोन स्टेटस का व्यापक प्रीव्यू मिलता है। नियमित निगरानी से उन विसंगतियों या त्रुटियों का पता लगाने में भी मदद मिलती है जो आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे आप संबंधित क्रेडिट ब्यूरो के साथ इन मुद्दों का समाधान कर सकते हैं।
स्कोर में सुधार होने पर फिर अप्लाई करें
लोन रिजेक्शन के प्रभाव से उबरने में आपके क्रेडिट स्कोर को बहाल करने में समय लग सकता है। हालांकि उपर्युक्त कोशिशों के बाद जब आपका क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर सही हो जाए यानी 750 से ऊपर चला जाए तब आप फिर से लोन के लिए अप्लाई करें।