एक समय था जब लोगों के पास सुरक्षित और फिक्स रिटर्न वाले निवेश के ज्यादा ऑप्शन उपलब्ध नहीं थे, लेकिन अब समय काफी बदल चुका है। देश में आज सभी वर्ग के लोगों के पास निवेश के तमाम ऑप्शन उपलब्ध हैं। पोस्ट ऑफिस यानी डाकघर अब बढ़-चढ़कर कई तरह के निवेश स्कीम चला रहा है।
SBI के तुलना में सीधे 1 प्रतिशत ज्यादा रिटर्न
खास बात ये है कि पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों के लिए सिर्फ आकर्षक स्कीम ही नहीं चला रहा बल्कि देश के बड़े-बड़े बैंकों की तुलना में ज्यादा रिटर्न भी दे रहा है। जी हां, पोस्ट ऑफिस 5 साल की एफडी स्कीम पर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI की तुलना में सीधे-सीधे 1 प्रतिशत ज्यादा ब्याज दे रहा है।
5 साल की एफडी पर एसबीआई दे रहा 6.5% का ब्याज
देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक- भारतीय स्टेट बैंक यानी SBI अपने ग्राहकों को 5 साल की एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6.5 प्रतिशत का ब्याज ऑफर कर रहा है। एसबीआई 5 साल की अवधि वाली एफडी स्कीम पर वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है।
5 साल की टीडी पर पोस्ट ऑफिस में मिल रहा 7.5% का ब्याज
वहीं दूसरी ओर, पोस्ट ऑफिस अपने सभी ग्राहकों को 5 साल की टीडी यानी टाइम डिपॉजिट पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है, चाहे आपकी उम्र कितनी भी हो। बताते चलें कि पोस्ट ऑफिस की टीडी स्कीम, बैंकों द्वारा चलाई जाने वाली एफडी स्कीम की तरह ही है। एफडी की तरह टीडी में भी निवेशकों को एक तय समय के बाद फिक्स और गारंटीड रिटर्न मिलता है।
उदाहरण से समझें कितने रुपये का आएगा अंतर
उदाहरण के लिए समझें तो अगर आप वरिष्ठ नागरिक नहीं हैं और एसबीआई में 5 साल की एफडी में 5 लाख रुपये जमा करते हैं तो मैच्यॉरिटी पर आपको कुल 6,90,209 लाख रुपये मिलेंगे। वहीं दूसरी ओर अगर आप यही रकम पोस्ट ऑफिस की टीडी में लगाते हैं तो आपको मैच्यॉरिटी पर कुल 7,24,974 रुपये मिलेंगे। यानी भारतीय स्टेट बैंक की तुलना में आपको पोस्ट ऑफिस में 34,765 रुपये ज्यादा मिलेंगे।
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