नई दिल्ली। छोटी बचत और बैंक FD पर ब्याज दरों में कटौती के बाद निवेशकों का रुझान म्यूचुअल फंड और इक्विटी (Share Market) में तेजी से बढ़ा है। कोरोना महामारी के बाद सिप के जरिये म्यूचुअल फंड में रिकॉर्ड निवेश हुआ है। बीते दो साल में बड़े शहरों के साथ छोटे शहरों और गांव में म्यूचुअल फंड निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। म्यूचुअल फंड की सबसे अच्छी बात यह है कि बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव आने के बाद भी इसके निवेशकों पर ज्यादा असर नहीं होता है। ऐसे में आज हम आपको 10 लॉर्ज कैप म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं जिसने निवेशकों को बीते 1, 2, 3, 5 और 10 साल में शानदार रिटर्न दिया है।
फंड का नाम | प्रबंधन के तहत संपत्तियां (AuM) | रिटर्न (% में) |
| करोड़ रुपये में | 1 साल | 2 साल | 3 साल | 5 साल | 10 साल |
निप्पॉन इंडिया मल्टीकैप फंड | 11,043.80 | 36.63% | 21.99% | 17.91% | 15.01% | - |
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टीकैप फंड-ग्रोथ | 6,541.16 | 23.78% | 22.00% | 18.62% | 14.63% | - |
डीएसपी टॉप 100 इक्विटी फंड-ग्रोथ | 2,813.30 | 11.36% | 12.41% | 15.10% | 10.96% | - |
केनरा रोबेको ब्लूचिप इक्विटी फंड | 5,690.59 | 13.99% | 20.90% | 20.41% | 16.72% | 14.70% |
कोटक ब्लूचिप फंड - ग्रोथलार्ज कैप फंड | 3,651.87 | 17.14% | 20.45% | 18.98% | 14.38% | 14.21% |
मिराए एसेट लार्ज कैप फंड-ग्रोथलार्ज कैप फंड | 31,128.95 | 17.50% | 21.11% | 18.78% | 16.58% | - |
आदित्य बिड़ला सन लाइफ फ्रंटलाइन इक्विटी फंड - ग्रोथलार्ज कैप फंड | 21,840.85 | 17.86% | 21.10% | 17.59% | 13.79% | - |
एसबीआई ब्लू चिप फंड - डायरेक्ट प्लान - ग्रोथ | 31,773.75 | 13.51% | 20.33% | 18.82% | 14.27% | - |
एचडीएफसी टॉप 100 फंड -ग्रोथलार्ज कैप फंड | 20,965.66 | 15.93% | 19.17% | 15.07% | 12.93% | - |
एक्सिस ब्लूचिप फंड - डायरेक्ट प्लान - कैप फंड | 34,583.67 | 13.10% | 17.92% | 19.17% | 18.95% | - |
यह भी जानें: डायरेक्ट और रेगुलर प्लान में कौन बेहतर
म्यूचुअल फंड में निवेशकों को दो विकल्प मिल रहे हैं। डायरेक्ट प्लान या रेगुलर प्लान के जरिये निवेश करना। ऐसे में सवाल उठाता है कि आपके लिए कौन सा प्लान चुनना बेहतर होगा।
डायरेक्ट प्लान की पेशकश फंड हाउस सीधे करते हैं। डायरेक्ट प्लानों में कोई कमीशन या ब्रोकरेज नहीं होता है। डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेशियो कम होता है। यानी निवेश की एवज में कमीशन कम देना होता है। इसकी वजह यह है कि इनमें कोई कमीशन नहीं होती है।
वहीं, रेगुलर प्लान में इंटरमीडियरी को कमीशन या ब्रोकरेज देना पड़ता है। कमीशन के चलते रेगुलर प्लान के साथ एक्सपेंस रेशियो ज्यादा होता है। यही वजह है कि लागत के लिहाज से डायरेक्टर प्लान रेगुलर प्लान के मुकाबले सस्ते पड़ते हैं।
किसके लिए कौन सा प्लान चुनना सही?
विशेषज्ञों के अनुसार, जो लोग म्यूचुअल फंड को अच्छी तरह से समझते हैं उन्हें डायरेक्ट प्लान के जरिये निवेश करनी चाहिए क्योंकि उन पर लगने वाला खर्च कम हो जाता है। वहीं, जिनकी समझ नहीं है उनको रेग्युलर प्लान के जरिए पैसा लगाना चाहिए क्योंकि निवेश से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए उनके पास एक एक्सपर्ट होता है।
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