Small Saving Schemes की ब्याज दरों को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, जानें आम लोगों को फायदा होगा या नहीं
सरकार ने फैसला लिया है कि 1 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर 2024 तक चलने वाली इस तीसरी तिमाही के लिए सभी लघु बचत योजनाओं पर दी जाने वाली ब्याज दरें समान रहेंगी।
केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने देश में चल रही अलग-अलग लघु बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) पर दी जाने वाली ब्याज दरों को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है। कल यानी 1 अक्टूबर से चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही शुरू हो रही है। सरकार ने फैसला लिया है कि 1 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर 2024 तक चलने वाली इस तीसरी तिमाही के लिए सभी लघु बचत योजनाओं पर दी जाने वाली ब्याज दरें समान रहेंगी यानी इनमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
प्रत्येक 3 महीने में ब्याज दरों में संशोधन करती है सरकार
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जून-सितंबर 2024) के दौरान लघु बचत योजनाओं पर जो ब्याज दरें दी जा रही थीं, वही ब्याज दरें अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भी दी जाएंगी। बताते चलें कि सरकार, देश में चल रही अलग-अलग लघु बचत योजनाओं पर दी जाने वाली ब्याज दरों में हर 3 महीने में जरूरत के हिसाब से संशोधन करती है। सरकार इन योजनाओं पर दिए जाने वाली ब्याज दरों को बढ़ाने या घटाने के अलावा समान भी रख सकती है।
आखिरी बार वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में हुआ था बदलाव
बताते चलें कि ये लगातार तीसरी तिमाही है जब सरकार ने लघु बचत योजनाओं पर दी जाने वाली ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। सरकार ने आखिरी बार वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए कुछ चुनिंदा बचत योजनाओं पर दी जाने वाली ब्याज दरों में बदलाव किया गया था।
वित्त मंत्रालय ने आज जारी किए गए अपने एक नोटिफिकेशन में कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (1 अक्टूबर से 31 दिसंबर, 2024 तक) के लिए अलग-अलग लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें दूसरी तिमाही (1 जुलाई से 30 सितंबर, 2024 तक) के लिए अधिसूचित दरों के समान ही रहेंगी।’’
SSY पर पहले की तरह ही मिलेगा 8.2% का ब्याज
सरकार के इस फैसले का सीधा मतलब ये हुआ कि सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत पहले की तरह ही 8.2 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा जबकि 3 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर 7.1 प्रतिशत रहेगी। इसके अलावा पीपीएफ के लिए 7.1 और डाकघर बचत जमा योजना के लिए ब्याज दरें 4 प्रतिशत पर बनी रहेंगी। किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत होगी और ये निवेश 115 महीनों में मैच्यॉर होगा।
MIS, NSC की ब्याज दरों में भी कोई बदलाव नहीं
वहीं नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत रहेगी। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भी डाकघर मंथली इनकम स्कीम के निवेशकों को पहले की तरह 7.4 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा। सरकार डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित इन लघु बचत योजनाओं के लिए हर तिमाही में ब्याज दरों को अधिसूचित करती है।