वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैंक एफडी और पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) निवेश का काफी अच्छा विकल्प माना जाता है। इसकी वजह है कि इन दोनों योजनाओं में पैसा डूबने का खतरा नहीं रहता है। इसके साथ ही महीने दर महीने पैसा मिलने की सुविधा भी दोनों योजनाओं में वरिष्ठ नागरिकों को मिलती है।
आज हम अपने इस आर्टिकल में एससीएसएस और एसबीआई की सीनियर सिटीजन बैंक एफडी की तुलना करेंगे कि वरिष्ठ नागरिकों को निवेश करने पर अधिक फायदा कहां मिलता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
केंद्र सरकारी की ओर से अक्टूबर - दिसंबर से लिए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर 8.2 प्रतिशत की ब्याज दर घोषित की गई है। यानी सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम करने पर मौजूदा समय में सरकार द्वारा 8.2 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज दिया जा रहा है। इस स्कीम में पांच वर्ष के लिए निवेश किया जा सकता है। और पांच वर्ष पूरा होने के बाद इसे तीन वर्ष के और आगे बढ़ाया जा सकता है।
एक बार जब कोई निवेश करने पर मैच्योरिटी तक इसमें ब्याज दर फिक्स रहती है। जमा की अवधि के बाद से ब्याज का भुगतान तिमाही दर तिमाही किया जाता है। इस स्कीम में 1000 रुपये से निवेश कर सकते हैं और अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश किए जा सकते हैं। इस स्कीम में 60 वर्ष से ऊपर के नागरिक ही निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत छूट मिलती है।
एसबीआई बैंक सीनियर सिटीजन एफडी (SBI Senior Citizen FD)
एसबीआई की ओर से मौजूदा समय में 400 दिनों की अमृत कशल एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों को 7.6 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज दिया जा रहा है। इस स्कीम का फायदा 31 दिसंबर तक उठाया जा सकता है। एफडी का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें निवेश करने पर इनकम टैक्स की छूट नहीं मिलती है।
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