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SBI की ये दो नई डिपोजिट स्कीम हैं शानदार, निवेश पर मिलता है बेहतर रिटर्न

भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई को इन दोनों डिपोजिट स्कीम पेश करने का फायदा मिलेगा। इससे बैंक का डिपोजिट बढ़ जाएगा। निवेशकों को निवेश के नए प्लेटफॉर्म मिले हैं।

दोनों नए प्रोडक्ट वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।- India TV Paisa Image Source : FILE दोनों नए प्रोडक्ट वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।

देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई ने दो डिपोजिट स्कीम पेश किया है। इन दो नई जमा योजनाओं के नाम क्रमश: हर घर लखपति और एसबीआई पैट्रन्स। बैंक का कहना है कि ये योजनाएं ग्राहकों को अधिक वित्तीय लचीलापन और उन्नत मूल्य प्रदान करने के लिए तैयार की गई हैं। वित्तीय सुरक्षा की व्यापक आकांक्षा को ध्यान में रखते हुए एसबीआई ने एक बयान में कहा कि हर घर लखपति एक पूर्व-गणना वाली आवर्ती जमा योजना है, जो ग्राहकों को 1,00,000 रुपये या इसके मल्टीपल में जमा करने में मदद करने के लिए तैयार की गई है।

मौजूदा और नए ग्राहकों दोनों के लिए उपलब्ध

बैंक ने कहा कि यह प्रोडक्ट वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाता है, जिससे ग्राहक प्रभावी ढंग से योजना बना सकते हैं और बचत कर सकते हैं। साथ ही बैंक ने 80 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सावधि जमा योजना एसबीआई पैट्रन्स भी पेश की। यह उत्पाद कई वरिष्ठ ग्राहकों के बैंक के साथ लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को ध्यान में रखते हुए बढ़ी हुई ब्याज दरें प्रदान करता है। एसबीआई पैट्रन मौजूदा और नए सावधि जमा ग्राहकों, दोनों के लिए उपलब्ध है।

ब्याज दर को समझ लें

एसबीआई पैट्रन्स जमाकर्ताओं को वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली ब्याज दर की तुलना में 0.1 प्रतिशत अधिक ब्याज मिलेगा, जबकि आवर्ती जमा योजना सावधि जमा पर दी जाने वाली दरों के समान होगी। पीटीआई के मुताबिक, फिलहाल, एक वर्ष से अधिक अवधि के लिए सावधि जमा दर 6.80 प्रतिशत, दो वर्ष से अधिक अवधि के लिए सात प्रतिशत, 3 वर्ष से अधिक और 5 वर्ष से कम अवधि के लिए 6.75 प्रतिशत तथा 5-10 वर्ष के लिए 6.5 प्रतिशत है। आवर्ती जमा की न्यूनतम अवधि 12 महीने (एक वर्ष) तथा अधिकतम अवधि 120 महीने (10 वर्ष) है।

खाते खोलने की प्रक्रिया को सरल बनाने की पहल

एसबीआई की जमाराशि में लगभग 23 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है। ये इनोवेटिंव पेशकश बैंक के इनोवेशन को प्राथमिकता देने और जमाराशि में अपने बाजार नेतृत्व को मजबूत करने के संकल्प को प्रदर्शित करती हैं। बैंक ने प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए एनआरई (गैर-निवासी बाहरी) और एनआरओ (गैर-निवासी साधारण) खाते खोलने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए टीएबी-आधारित एंड-टू-एंड डिजिटल ऑन-बोर्डिंग प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है। यह पहल एसबीआई की भारत में शाखाओं और चुनिंदा विदेशी कार्यालयों में उपलब्ध कराई गई है।

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