सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाते पर 2020 से मिलने वाली ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, इस दौरान कई स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है। ऐसे में क्या पीपीएफ निवेशकों का इंतजार नए साल में खत्म होगा? क्या सरकार 2024 के लिए PPF पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगी? आर्थिक क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) सहित कई अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में पिछली कुछ तिमाहियों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में बहुत उम्मीद है कि सरकार पीपीएफ पर अब ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगी। आपको बता दें कि स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में इस महीने के अंत में संशोधन होना है।
पीपीएफ खाते की ब्याज दरों की गणना कैसे होती है?
स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरें 10-वर्षीय सरकारी प्रतिभूतियों (10-year Government Securities) से जुड़ी होती हैं। जी-सेक की पिछले तीन महीनों की औसत रिटर्न के आधार पर सरकार स्मॉल सेविंग पर मिलने वाली ब्याज की गणना करती है। यह श्यामला गोपीनाथ समिति, 2011 की सिफारिशों के अनुरूप है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें बाजार से जुड़ी हों।
इसलिए ब्याज दर बढ़ने की उम्मीद बढ़ी
2016 में वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचित फॉर्मूले के अनुसार, किसी दिए गए तिमाही में पीपीएफ ब्याज दर पिछले तीन महीनों की बेंचमार्क रिटर्न पर 25 आधार अंकों का स्प्रेड है। बेंचमार्क 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड सितंबर से अक्टूबर 2023 तक औसतन 7.28% रही है। फॉर्मूले के अनुसार, पीपीएफ की ब्याज दर औसत 10-वर्षीय जी-सेक रिटर्न से 25 आधार अंक अधिक होगी। इसलिए इस प्रक्रिया का सख्ती से पालन करते हुए, जनवरी-मार्च तिमाही के लिए पीपीएफ ब्याज दर आदर्श रूप से 7.53% के आसपास होनी चाहिए। यानी सरकार अब पीपीएफ पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है।
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