बैंक या पोस्ट ऑफिस की इस सेविंग स्कीम में लगाएं पैसा, बचत खाते से डबल मिलेगा रिटर्न
बैंक या पोस्ट ऑफिस की इस सेविंग स्कीम का चुनाव कर सकते हैं, जहां बचत के पैसे पर ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं।
अगर आज के दौर में 50 हजार से 1 लाख रुपए मंथली सैलरी है तो बहुत ज्यादा बचत संभव नहीं हो पाती है। नौकरीपेशा वालों में बहुत से लोग ऐसे हैं, जिनकी मंथली बचत 2, 5 या 10 हजार रुपए तक ही हो पाती है। ऐसे में बहुत से लोग इस बचत को बैंक की सेविंग अकाउंट में रखते हैं या इस तरह की किसी और स्कीम का विकल्प चुनते हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि कुछ ऐसी स्कीम है, जिसके जरिए आप अपने बचत के पैसों पर ज्यादा फायदा पा सकते हैं, वह भी बेहद की सुरक्षित तरीके से। इसके लिए आप बैंक या पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट सेविंग स्कीम (RD) का चुनाव कर सकते हैं, जहां बचत खाते की बजाए पैसे डालकर आप उन पैसों पर अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। खास बात है कि इस स्कीम में आप 100 रुपए के मंथली से भी निवेश कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस-बैंक आरडी स्कीम
हम यहां बात कर रहे हैं, स्माल सेविंग स्कीम आरडी यानी रेकरिंग डिपॉजिट की। असल में कई बैंक आरडी पर एफडी से ज्यादा ब्याज दे रहे हैं। एचडीएफसी बैंक आरडी पर 7.65% तो आईसीआईसीआई बैंक 6.9% की दर से ब्याज दे रहा हैं। आप कम से कम 6 महीने का आरडी बैंक में खोल सकते हैं। वहीं, पोस्ट ऑफिस में आरडी स्कीम पर 5.8% (quarterly compounded) की दर से ब्याज दिया जा रहा है। पोस्ट ऑफिस में 100 रुपये मंथली निवेश कर आरडी स्कीम में निवेश कर सकते हैं। हालांकि, आपको कम से कम 5 साल के निए आरडी चुनना होगा। तीन साल के बाद आप निवेश बंद कर दे सकते हैं। एक साल के बाद आप अपने आरडी में जमा रकम पर 50% तक लोन ले सकते हैं।
FD के बराबर मिल रहा है ब्याज
सुरक्षित निवेश के लिए एक और जरिया बैंक एफडी है, जिसमें आपको ज्यादा इंट्रेस्ट तो मिलता है, लेकिन आपको बड़ी राशि एक साथ लंबे समय के लिए लॉकइन करनी पड़ती है। वहीं, में आप छोटी जमा राशि को हर महीने डिपॉजिट कर एफडी जितना ब्याज पा सकते हैं। ऐसे में बचत खाते पर दोगुना ब्याज हासिल करने का आसान तरीका है रेकरिंग डिपॉजिट।
आरडी के फायदे
- रेकरिंग डिपॉजिट निवेशक की सेविंग पर निर्भर करता है और हर महीने एक तय राशि का निवेश इसमें कर सकते हैं।
- आरडी के लॉक इन फीचर के तहत शुरुआत से आखिर तक ब्याज दर एक समान रहती है और डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट शुरुआत में ही लॉक इन हो जाता है। यानी ब्याज दर कम होने पर आरडी में फायदा होता है।
- रेकरिंग डिपॉजिट से सेविंग मैनेजमेंट आसान होता है और बार बार फिक्स डिपॉजिट की परेशानी से राहत मिल जाती है।
- आरडी में अकाउंट खोलते समय ही टाइम पररियड तय हो जाता है। टाइम पीरियड खत्म होने पर आपको ब्याज समेत पूरा भुगतान मिल जाता है।
- आरडी की खासियत है कि इसमें नियमित निवेश के साथ फिक्स डिपॉजिट के फायदे मिलते हैं। ब्याज तय होने से आय की निश्चितता रहती है और बैंकों की ओर से ऑफर मिलने से सहूलियत रहती है। आरडी में एक खास लक्ष्य के लिए रकम इकट्ठा की जा सकती है।
- आरडी 10 साल तक हो सकती है। इसमें लंबे समय का इनवेस्टमेंट प्लान बनाया जा सकता है।
कैसे शुरू करें रेकरिंग डिपॉजिट
आरडी अकाउंट पोस्ट ऑफिस, बैंक जाकर या ऑनलाइन भी खोला जा सकता है। आप मोबाइल एप से भी आरडी खुलवा सकते हैं। अगर आप पोस्ट ऑफिस में आरडी खुलवा रहे हैं तो कैश और चेक देकर खुलवा सकते हैं। आपका अकाउंट एक पोस्ट आफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस ट्रांसफर हो सकता है। दो एडल्ट के नाम से ज्वॉइंट अकाउंट भी खुल सकता है। आरडी अकाउंट खोलने के पहले देख लें कि कहां कितना ब्याज मिल रहा है। अगर आरडी पर 10 हजार से ज्यादा ब्याज मिलता है तो वह टैक्सेबल होगा।