निवेश में नॉमिनी को लेकर हैं लापरवाह! मत करें ऐसा हो सकता है नुकसान, जानें क्यों है इम्पोर्टेंट
निवेश में एक नामांकित व्यक्ति नियुक्त करना वास्तव में जरूरी है क्योंकि यह आपके निवेश को सुरक्षित रखता है।
आप तमाम निवेश साधनों में पैसा लगाते हैं। इन साधनों में आपको अपना नॉमिनी (Nominee) भी बताना होता है। अगर आप इसके प्रति लापरवाह हैं और सोचते हैं कि बाद में नॉमिनी जोड़ लेंगे या देखा जाएगा, ऐसा समझना आपकी बड़ी भूल हो सकती है। जानकारों का मानना है कि निवेश के समय ही आपको नॉमिनी ऐड (Nominee in investment) कर लेना चाहिए। बंधन बैंक के मुताबिक, निवेश में एक नामांकित व्यक्ति नियुक्त करना वास्तव में जरूरी है क्योंकि यह आपके निवेश को सुरक्षित रखता है।
नॉमिनी तय करने में न करें देरी
ऐसा इसलिए क्योंकि लाइफ अप्रत्याशित हो सकता है। अगर आपको कुछ हो गया तो आपकी मेहनत की कमाई और आपके निवेश का क्या होगा? अगर आप नॉमिनी तय करते हैं तो निवेश राशि आपके बच्चों या लाइफ पार्टनर तक पहुंच जाएंगी। यही वजह है कि जानकार इस बात की सलाह देते हैं कि किसी भी निवेशक को नॉमिनी तय करने में कोई देरी नहीं करनी चाहिए।
कौन बन सकता है आपका नॉमिनी
अगर किसी निवेशक की मृत्यु हो जाती है, तो जिस व्यक्ति या व्यक्तियों को इनकम हासिल होगी, उसे नामांकित व्यक्ति या नॉमिनी कहा जाता है। नामांकित व्यक्ति संपत्ति, फंड्स और निवेश का लाभार्थी या प्राप्तकर्ता होता है। नामांकित व्यक्ति (Nominee) आदर्श रूप से एक परिवार का सदस्य (Who Is A Nominee) होता है जो आपके बहुत करीब होता है, वह जीवनसाथी, बच्चे, माता-पिता या कोई ऐसा व्यक्ति हो सकता है जो आपके परिवार के बाहर आपके करीब हो। आप नॉमिनी तो कभी भी बदल सकते हैं.
क्यों है जरूरी
एक नॉमिनी का होना बेहद जरूरी (Importance of Nominee) है, ताकि आपके बाद आपको परिवारजनों को परेशानी न आए. अगर किसी निवेशक की मृत्यु हो जाती है, तो उनका निवेश उनके नामांकित व्यक्ति को ट्रांसफर किया जा सकता है। अगर कोई नॉमिनी नियुक्त नहीं किया गया है, तो परिवार या कानूनी उत्तराधिकारियों को मृत व्यक्ति के निवेश और संपत्ति हासिल करने के लिए एक लंबी और कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है। नॉमिनी (Importance of Nominee in investment) नहीं होने से उन्हें अपनी स्थिति साबित करने वाली वसीयत,सर्टिफिकेट या दूसरे डॉक्यूमेंट्स पेश करने होंगे। ऐसी स्थिति रिश्तेदार के लिए देरी और तनाव की स्थिति पैदा कर सकती है।