देश में फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है। क्रेडिट कार्ड (CREDIT CARD) पर मिल रहे आकर्षक ऑफर के कारण कई बार लोग अपने बजट से ज्यादा खर्च कर देते हैं। इस वजह से जब क्रेडिट कार्ड का बिल आता है तो कुछ लोग पेमेंट नहीं कर पाते हैं और डिफॉल्ट (credit card bill default ) कर देते हैं। बाद में उन्हें तगड़ा ब्याज भरना पड़ता है। अगर आप भी ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं तो आप कुछ तरीके अपनाकर आसानी से इसे मोटे ब्याज से छुटकारा पा सकते हैं।
रिवॉर्ड पॉइंट्स को एनकैश कराएं
किसी भी क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग या पैसा खर्च करने पर रिवॉर्ड पॉइंट्स (Reward Points) मिलते हैं। कई बैंक इन रिवॉर्ड्स पॉइंट्स से बिल भुगतान करने की भी अनुमति देते हैं। ऐसे में अगर आपके क्रेडिट कार्ड का बिल उम्मीद से ज्यादा आ गया है तो आप रिवॉर्ड्स पॉइंट्स का उपयोग कर सकते हैं।
EMI का विकल्प चुनें
हर क्रेडिट कार्ड कंपनी की ओर से मासिक बिल को ईएमआई में बदलने का विकल्प दिया जाता है। इसके जरिए आप आसानी से अपने क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट करने पर ज्यादा ब्याज को टाल सकते हैं। साथ ही महीने दर महीने किस्त रूप में पूरे बिल का भुगतान कर सकते हैं। हालांकि, इसमें आपको ब्याज का भुगतान होगा, लेकिन ये डिफॉल्ट के बाद लगने वाली 35 से 45 प्रतिशत की ब्याज से काफी कम होगा।
पर्सनल लोन ले सकते हैं
क्रेडिट कार्ड (credit card) के डिफॉल्ट होने पर आपको पर्सनल लोन के विकल्प पर भी विचार करना चाहिए। उसे लेकर क्रेडिट कार्ड के बिल को भरना चाहिए। इसका फायदा ये है कि आप क्रेडिट कार्ड के डिफॉल्ट पर लगने वाली 35 से 45 प्रतिशत की ब्याज से छुटकारा मिल जाएगा।
FD और Mutual Fund के बदले लोन लें
एफडी और म्यूचुअल फंड पर कोई बैंक आसानी से लोन दे देता है। इसके जरिए आप अपने क्रेडिट कार्ड (credit card) का लोन चुका सकते हैं। एफडी और म्यूचुअल फंड को गिरवी रखकर लिए गए लोन की ब्याज आमतौर पर 10 प्रतिशत तक होती है।
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