Fixed deposit rates: ये 5 बैंक 3 साल की एफडी पर दे रहे हैं सबसे ज्यादा ब्याज, निवेश पर मिलेगा बंपर रिटर्न
अगर आप एफडी पर अधिक ब्याज चाहते हैं तो auto-renewal विकल्प से बचें। बैंक आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वाले ग्राहकों को ऑटो-रिन्यूअल का विकल्प देते हैं।
Fixed deposit rates: पिछले कुछ महीनों में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में बड़ी वृद्धि के बाद देश के सभी प्रमुख बैंकों ने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए अपनी सावधि जमा यानी FD पर दी जाने वाली ब्याज दरों में कई बार वृद्धि की है। इसके चलते एफडी में निवेश करना एक बार फिर फायदेमंद हो गया है। अगर, आप भी एफडी में निवेश करना चाहते हैं तो हम आपको उन पांच बैंकों की सूची दे रहे हैं, जिसमें तीन साल की एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा है।
इन बैंकों में 3 साल की FD पर सबसे ज्यादा ब्याज
- प्राइवेट सेक्टर के डीसीबी बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक तीन साल की एफडी पर 7.5 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं।
- वहीं, बंधन बैंक, सिटी यूनियन बैंक और करूर वैश्य बैंक तीन साल की सावधि जमा यानी एफडी पर 7 फीसदी की ब्याज दर की पेशकश कर रहे हैं।
अधिक ब्याज के लिए इन बैंकों का भी कर सकते हैं रुख
स्रोत: बैंकबाजार.कॉम
Tips: इस तरह पाएं एफडी पर अधिक ब्याज
अगर आप एफडी पर अधिक ब्याज चाहते हैं तो auto-renewal विकल्प से बचें। बैंक आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वाले ग्राहकों को ऑटो-रिन्यूअल का विकल्प देते हैं। यदि कोई ग्राहक ऑटो-रिन्यूअल विकल्प चुनता है, तो बैंक परिपक्वता के समय वर्तमान ब्याज दर के साथ उसी अवधि के लिए सावधि जमा को स्वतः नवीनीकृत कर देता है। ऐसे में मौजूदा ब्याज दर सावधि जमा की पिछली ब्याज दर से अधिक या कम हो सकती है। इससे निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए जब भी एफडी की अवधि पूरी हो तो रिसर्च करें और पता करें कि कौन बैंक और किस अवधि पर सबसे ज्यादा ब्याज मिल रही है। इसके बाद ही निवेश करें।
महंगाई को कम करने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी
गौरतलब है कि महंगाई को कम करने के लिए आरबीआई रेपो दर में बढ़ोतरी कर रहा है। मई से लेबर अब तक आरबीआई कुल 190 आधार अंकों की दर में वृद्धि कर चुका है। आगे भी यह बढ़ोतरी होने की संभावना है। यानी आगे भी एफडी पर दरों में वृद्धि जारी रह सकती है। यह निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना के बाद बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरों में बड़ी कमी कर दी थी। अब उसमें बढ़ोतरी शुरू हुई है।