इन बैंकों की FD पर मिल रहा है 8% से 9% तक ब्याज, जबर्दस्त लाभ के लिए अपनाएं ये स्ट्रैटेजी
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के बाद बैंकों में ब्याज दरें बढ़ाने की होड़ लगी हुई है। सरकारी बैंक से लेकर स्मॉल फाइनेंस बैंक और एनबीएफसी तक फिक्स डिपॉजिट पर अच्छा ब्याज दे रहे हैं।
महंगाई को थामने के लिए रिजर्व बैंक इस साल मई से दिसंबर के बीच रेपो रेट में 2.35% की बढ़ोतरी कर चुका है। इससे एक ओर जहां लोन महंगे हो रहे हैं, वहीं फिक्स डिपॉजिट में पैसा लगाना फायदेमंद होता जा रहा है। इस समय बड़े सरकारी बैंकों से लेकर स्मॉल फाइनेंस बैंक तक 8 से 9 प्रतिश्ता तक का ब्याज दे रहे हैं। जबकि, 2022 की शुरुआत में एफडी की दरें 5.5% से भी कम थीं। ऐसे में बीते 6 महीने में एफडी में पैसा लगाना ज्यादा फायदेमंद हो गया है, लेकिन आप सही स्ट्रैटेजी अपनाते हैं तो आप अन्य निवेश विकल्पों के मुकाबले एफडी पर ही ज्यादा ब्याज कमा सकते हैं...
बैंकों में ब्याज दरें बढ़ाने की लगी होड़
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के बाद बैंकों में ब्याज दरें बढ़ाने की होड़ लगी हुई है। सरकारी बैंक से लेकर स्मॉल फाइनेंस बैंक और एनबीएफसी तक फिक्स डिपॉजिट पर अच्छा ब्याज दे रहे हैं। श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड 60 महीने की अवधि के लिए सीनियर सिटीजन महिलाओं द्वारा किए गए जमा पर 9.36% की अधिकतम ब्याज दे रहा है।
ये बैंक दे रहे हैं एफडी पर 8% से 9% की उच्च ब्याज दर
बैंक | प्रभावी | आम जनता के लिए ब्याज दरें | वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दरें | अवधि |
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक | 6 दिसम्बर | 9.01% | 9.26% | 5 वर्ष |
यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक | 21 नवंबर | 8.50% | 9.00% | 181 दिन और 501 दिन |
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक | 5 नवंबर | 8.00% | 8.75% | 80 सप्ताह |
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक | 14 दिसंबर | 8% | 8.50% | 888 दिन |
फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक | 9 नवंबर | 8% | 8.50% | 1000 दिन |
ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक | 15 दिसंबर | 8% | 8.50% | 999 दिन |
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक | 21 नवंबर | 8% | 8.50% | 2 वर्ष 8 महीने और 25 दिन |
श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड | - | 8.45% | 8.99% | 60 महीने |
क्या पुरानी एफडी तुड़वाना सही
अगर पुरानी एफडी को मैच्योर होने से 6 से 9 महीने का समय बचा है तो उसे तोड़कर नई एफडी करना फायदे का सौदा नहीं होगा। बैंक प्री मैच्योर एफडी तोड़ने पर पेनल्टी वूसलते हैं। इसके साथ ही आपको ब्याज का भी नुकसान होता है। अगर, इन दोनों की गणना करें तो पुरानी ब्याज दर और नई ब्याज दर में कोई खास फायदा नजर नहीं आएगा। हां, अगर आपने तुरंत कोई एफडी किया है तो उसे तोड़कर बढ़े ब्याज दर पर करना फायदे का सौदा होगा।
इस तरह फायदे और नुकसान की गणना करें
मान लेते हैं कि आपने 1 लाख रुपये का एफडी 5.30% की दर से एक साल के लिए करा रखा है। अगर आप इसको तोड़ेंगे तो आपको करीब 4.60% की दर से ब्याज मिलेगा। इसके साथ ही प्री मैच्योर एफडी तोड़ने की एवज में बैंक आपसे 0.50% की दर से पेनल्टी वसूलेंगे। इस तरह आपको 4.1% की दर से करीब 4,163 रुपये रिटर्न के तौर पर मिलेगा। अब आप 1,04,163 रुपये को 6.75% की दर से 2 साल के लिए एफडी करते हैं। ऐसे में आपको 14,921 रुपये ब्याज मिलेगा। इस तरह आपको कुल 19,084 रुपये प्राप्त होंग। अगर दोनों एफडी की तुलना करेंगे तो आपको करीब 1973 रुपये का मामूली फायदा मिलेगा।