FD Interest Rate: ये 5 बैंक FD पर देते हैं सबसे ज्यादा ब्याज, ऐसे किया निवेश तो हो जाएगा पैसा डबल
बैंकों ने एफडी निवेशकों को अभी तक पूरी रेट हाइक का लाभ नहीं दिया है, इसलिए आने वाले महीनों में एफडी पर ब्याज दर में और वृद्धि होने की संभावना है। आपको एक खास स्ट्रैटेजी के साथ निवेश करना होगा।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा मई 2022 से लगातार रेपो दर में वृद्धि के बाद लगभग सभी बैंकों ने अपनी फिक्स डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में वृद्धि की है। RBI इस साल मई से रेपो दर में कुल 190 आधार अंकों (bps) की वृद्धि कर चुका है। अगले महीने एक बार फिर ब्याज दरें बढ़ने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में निवेश का सबसे पुराना और सुरक्षित जरिया मानी जाने वाली एफडी की ओर लोगों का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है।
कई बैंक और वित्तीय संस्थाएं अब एफडी पर 7 फीसदी से ज्यादा ब्याज दर की पेशकश कर रही हैं। जबकि सितंबर 2022 में देश में खुदरा मुद्रास्फीति पांच महीने के उच्च स्तर 7.4 प्रतिशत पर थी, एफडी पर 7 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न कई भारतीयों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प हो सकता है। यदि आप एफडी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां शीर्ष 5 पांच बैंक हैं जो तीन साल की सावधि जमा पर सर्वोत्तम ब्याज दर प्रदान करते हैं।
बैंक | ब्याज दर (3 वर्ष) |
AU स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.3% |
DCB बैंक | 7.5% |
बंधन बैंक | 7.0% |
सिटी यूनियन बैंक | 7.0% |
करुर वैश्य बैंक | 7.0% |
डीसीबी बैंक 3 साल की सावधि जमा के लिए 7.5 प्रतिशत की भारी ब्याज दर प्रदान करता है। एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक भी तीन साल में मैच्योर होने वाली एफडी पर 7.5 फीसदी ब्याज दर की पेशकश करता है। बंधन बैंक, सिटी यूनियन बैंक और करूर वैश्य बैंक तीन साल की सावधि जमा पर 7 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करते हैं। ब्याज दरें 10 नवंबर, 2022 तक हैं।
अभी और बढ़ेंगी ब्याज दरें
चूंकि बैंकों ने एफडी निवेशकों को अभी तक पूरी रेट हाइक का लाभ नहीं दिया है, इसलिए आने वाले महीनों में एफडी पर ब्याज दर में और वृद्धि होने की संभावना है। माना जा रहा है कि आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) रेपो दरों में वृद्धि आग भी जारी रखेगी। ऐसे में एफडी ब्याज दरों में वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है।
ज्यादा लाभ के लिए ऐसी हो स्ट्रैटेजी
यदि आप एफडी की बढ़ती दरों के बीच सबसे अधिक फायदा उठाना चाहते हैं तो आपको एक खास स्ट्रैटेजी के साथ निवेश करना होगा। बैंक आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वाले ग्राहकों को ऑटो-रिन्यूअल का विकल्प देते हैं। विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि आप ऑटो-रिन्यूअल विकल्प को न चुनें और छोटी अवधि की एफडी करवाएं। यदि कोई ग्राहक ऑटो-नवीनीकरण विकल्प का प्रयोग करता है, तो बैंक परिपक्वता के समय वर्तमान ब्याज दर के साथ उसी अवधि के लिए सावधि जमा को स्वचालित रूप से नवीनीकृत कर देगा। मौजूदा ब्याज दर सावधि जमा की पिछली ब्याज दर से अधिक या कम हो सकती है।