भविष्य की जरूरतों और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हम सालों पहले से पैसे जोड़ना शुरू कर देते हैं। कोई बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसा जमा करता है, कोई बच्चों की शादी के लिए पैसा जमा करता है। कुछ लोग बच्चों के बिजनेस के लिए पैसा जमा करते हैं, कुछ लोग घर और गाड़ी खरीदने के लिए भी पैसा जमा करते हैं तो कुछ लोग अपनी रिटायरमेंट के लिए निवेश करते हैं। लंबी अवधि के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमारे पास कई लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट ऑप्शन उपलब्ध हैं। लेकिन, म्यूचुअल फंड एसआईपी को लंबी अवधि के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक बेहतर इंवेस्टमेंट टूल माना जाता है। यहां हम जानेंगे कि 25 साल में 5 करोड़ रुपये का फंड तैयार करने के लिए आपको हर महीने कितने रुपये की एसआईपी करनी होगी?
इन 4 बातों पर निर्भर करता है रिटर्न
एसआईपी से मिलने वाला रिटर्न 4 प्रमुख बातों पर निर्भर करता है। पहला ये कि आपको कितने साल के लिए निवेश करना है, दूसरा ये कि आपने कितने रुपये जमा करने का लक्ष्य तय किया है, तीसरा ये कि आप कितने रुपये का निवेश करेंगे और चौथा ये कि आपको कितने प्रतिशत का रिटर्न मिल रहा है। शुरुआती 3 बातों पर अमल करना तो निवेशकों के हाथ में हो सकता है लेकिन चौथी बात यानी रिटर्न किसी के हाथ में नहीं होता। एसआईपी में मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से शेयर बाजार की चाल पर निर्भर करता है। लेकिन, आप जितने लंबे समय के लिए एसआईपी करेंगे, आपको कंपाउंडिंग का उतना ही ज्यादा फायदा मिलेगा।
15 प्रतिशत का रिटर्न मिला तो कितने रुपये की करनी होगी एसआईपी
अगर आपको 25 साल में 5 करोड़ रुपये जमा करने हैं और आपको हर साल 12 प्रतिशत का अनुमानित रिटर्न मिलता है तो आपको हर महीने 26,500 रुपये का निवेश करना होगा। अगर आप हर महीने 26,500 रुपये की एसआईपी करते हैं तो 25 साल में आप 5 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं। अगर आपको हर साल 15 प्रतिशत का अनुमानित रिटर्न मिलता है तो आप सिर्फ 15,500 रुपये की एसआईपी से भी 25 साल में 5 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर आपको हर साल 18 प्रतिशत का अनुमानित रिटर्न मिलता है तो आप सिर्फ 8600 रुपये की एसआईपी से भी 25 साल में 5 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं।
एसआईपी करने जा रहे हैं तो इन बातों का भी रखें ध्यान
अब यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि म्यूचुअल फंड एसआईपी में कभी भी एक जैसा रिटर्न नहीं मिलता है और इसमें हमेशा लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। इसलिए आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी क्षमता के हिसाब से एसआईपी में ज्यादा से ज्यादा समय के लिए ज्यादा से ज्यादा रुपये का निवेश करें। एसआईपी की खास बात ये है कि आप इसकी राशि में हर महीने बदलाव कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि म्यूचुअल फंड एसआईपी से होने वाली कमाई पर आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स भी चुकाना होगा।
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