FD कराने में अब देरी नहीं करें, RBI पॉलिसी के बाद बैंक देंगे आपको जल्द झटका
आपको बता दें कि जब भी एफडी दरें गिरनी शुरू होंगी तो इसका सबसे पहला असर छोटी से मध्यम अवधि की ब्याज दरों पर पड़ेगा। इससे बचने के लिए जितनी जल्दी हो एफडी करना फायदेमंद होगा।
अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) कराने की सोच रहे हैं तो अब देरी नहीं करें। ऐसा इसलिए कि अभी बैंक एफडी पर सबसे उच्चतम ब्याज ऑफर कर रहे हैं। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पॉलिसी के बाद अब इसमें कमी की संभावना है क्योंकि आरबीआई ने इसके संकेत दे दिए हैं। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई कम हो रही है। वहीं, अंतरिम बजट 2024 ने ब्याज दर में तेजी से कटौती का रास्ता साफ कर दिया है।
ऐसा इसलिए कि सरकार ने 5.3-5.4% की बाजार उम्मीदों के मुकाबले 5.1% का कम राजकोषीय घाटे का आंकड़ा पेश किया है। इसके अलावा, बाजार से उधारी कम लेने की बात कही गई है। महंगाई भी रिजर्व बैंक के लक्ष्य से कम हुई है। ये सारे कारण रिवर्ज बैंक को रेपो रेट में कटौती का रास्ता साफ कर देगा। अप्रैल की मौद्रिक पॉलिसी में ब्याज दरों में कटौती का ऐलान हो सकता है। ऐसे में बैंक इससे पहले ही एफडी पर ब्याज दर घटना शुरू कर सकते हैं। इससे बचने के लिए जितनी जल्दी हो एफडी करना फायदेमंद होगा।
रेपो दर में 2.5% की बढ़ोतरी की गई थी
बढ़ती वैश्विक महंगाई के कारण भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मई 2022 और फरवरी 2023 के बीच रेपो दर में 2.5% की बढ़ोतरी की थी। हालांकि, तब से मुद्रास्फीति कम हो गई है और अब 6% से नीचे है, जो आरबीआई के दायरे में है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति नवंबर में 5.65% से बढ़कर दिसंबर में 5.7% हो गई। हालांकि, मुख्य मुद्रास्फीति कम बनी हुई है और 2 साल के निचले स्तर 3.9% पर आ गई है। सब्जियों की कीमतों में तेजी से गिरावट और अनुकूल आधार प्रभाव के कारण हेडलाइन मुद्रास्फीति 1Q24 में 5-5.2% YoY के आसपास सीमित रहेगी और F24 में औसतन 5.4% YoY और F25 में 4.5% रहेगी। यह रेपो रेट में कटौती का रास्ता साफ करेगा।
अभी मिल रहा एफडी पर 8% से 9% ब्याज
मौजूदा समय में देश के कई सरकारी और प्राइवेट बैंक एफडी पर 8% से 9% ब्याज दे रहे हैं। इसलिए एफडी के प्रति छोटे निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है। हालांकि, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से बैंक तेजी से ब्याज दरों में कटौती करेंगे। इससे बचने के लिए हाई इंटरेस्ट रेट पर एफडी को लॉक इन करने का सबसे बेहतरीन मौका है। आपको बता दें कि जब भी एफडी दरें गिरनी शुरू होंगी तो इसका सबसे पहला असर छोटी से मध्यम अवधि की ब्याज दरों पर पड़ेगा। इसलिए, यदि आपके पास छोटी से मध्यम अवधि (3 साल तक) के लिए निवेश करने के लिए धनराशि है तो आप अभी बुकिंग कर सकते हैं।