सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक स्पेशल एफडी स्कीम पेश किया है। इस स्कीम का नाम है बॉब लिक्विड एफडी। बॉब लिक्विड एफडी, एफडी से हाई रिटर्न हासिल करने के फायदों को बचत खाते से जुड़ी आसान तरलता की सुविधा के साथ जोड़ता है। साथ ही यह ग्राहकों को पूरी एफडी बंद किए बिना आंशिक निकासी सुविधा मिलती है, जो यह सुनिश्चित करता है कि ग्राहक को जरूरत पड़ने पर अपनी तत्काल वित्तीय जरूरतें पूरी करने में कोई अड़चन न आए।
कौन कर सकता है इसमें निवेश
खबर के मुताबिक, एकल या संयुक्त नाम वाले व्यक्तियों और नाबालिगों सहित गैर-व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ), एकल स्वामित्व और साझेदारी फर्म, सार्वजनिक / निजी लिमिटेड कंपनियां, एसोसिएशन, क्लब, ट्रस्ट और पंजीकृत सोसायटी आदि इस सावधि जमा (एफडी) के लिए पात्र है। हालांकि यह स्कीम एनआरआई (एनआरई और एनआरओ) और बैंकों के लिए उपलब्ध नहीं है। बॉब लिक्विड एफडी को बैंक के डिजिटल चैनलों, जैसे बॉब वर्ल्ड ऐप और इंटरनेट बैंकिंग, तथा किसी भी शाखा में जाकर आसानी से खोला जा सकता है।
कितना कर सकते हैं निवेश
बॉब लिक्विड एफडी में कम से कम 5000 रुपये जमा कर सकते हैं। इसमें मैक्सिमम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। इसमें निवेश अवधि कम से कम 1 साल और मैक्सिमम 5 साल तक है। स्कीम में समय-समय पर बैंक द्वारा तय की गई सावधि जमा पर प्रचलित ब्याज दरें लागू होंगी। वर्तमान में, 3.00 करोड़ रुपये से कम राशि की सावधि जमा को खुदरा जमा माना जाएगा और 3.00 करोड़ रुपये और उससे अधिक की जमा को आरबीआई दिशानिर्देशों के अनुसार थोक जमा माना जाएगा। समय से पहले भुगतान/आंशिक निकासी सुविधा के तौर पर ₹1,000/- के मल्टीपल में, एफडी की अवधि के दौरान जितनी बार जरूरी हो, अनुमति दी जाती है।
बैंक ऑफ बड़ौदा का बॉब लिक्विड एफडी
बैंक ऑफ बड़ौदा का बॉब लिक्विड एफडी एक बहुमुखी एफडी वैरिएंट है। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है जो उच्च रिटर्न के लिए लंबी अवधि के लिए अपने फंड को लॉक करना चाहते हैं, साथ ही लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए बचत को संतुलित करना और अप्रत्याशित खर्चों को संबोधित करने के लिए लचीलापन बनाए रखना चाहते हैं। ब्याज भुगतान प्रचलित आयकर अधिनियम के अनुसार स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) के अधीन है।
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