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APY and NPS: अटल पेंशन योजना और एनपीएस में क्या है अंतर, कौन है बेहतर समझें पूरी बात

भारत सरकार ने साल 2004 में राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (एनपीएस) शुरू की। यह एक निश्चित अंशदान कम्पोनेंट वाला रिटायरमेंट सेविंग कार्यक्रम है। इस स्कीम में 18 से 65 वर्ष की आयु के भारतीय शामिल होने के पात्र हैं।

अटल पेंशन योजना (एपीवाई) सरकार के सपोर्ट वाला एक पेंशन प्रोग्राम है।- India TV Paisa Image Source : FREEPIK अटल पेंशन योजना (एपीवाई) सरकार के सपोर्ट वाला एक पेंशन प्रोग्राम है।

लोगों को पेंशन लाभ देने के मकसद से सरकार की तरफ से लाई गई दो योजनाएं- अटल पेंशन योजना और एनपीएस यानी नेशनल पेंशन सिस्टम बेहद पॉपुलर हैं। यह जानते हुए कि दोनों रिटायरमेंट स्कीम से जुड़े हैं, इनमें आपस में पात्रता, योगदान, लाभ और दूसरे फैक्टर्स के मामले में काफी अलग हैं। दोनों में से कौन बेहतर है? इसको समझने के लिए अटल पेंशन योजना और एनपीएस में फर्क भी जानना जरूरी है। इससे आप समझ पाएंगे कि आपकी सहायता करने के लिए कौन सी योजना आपके लिए सही है।

राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (एनपीएस)

भारत सरकार ने साल 2004 में राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (एनपीएस) शुरू की। यह एक निश्चित अंशदान कम्पोनेंट वाला रिटायरमेंट सेविंग कार्यक्रम है। इस स्कीम में 18 से 65 वर्ष की आयु के भारतीय शामिल होने के पात्र हैं, जिसे पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा कंट्रोल किया जाता है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट के मुताबिक, एनपीएस के ग्राहकों को अपने रिटायरमेंट खातों में नियमित रूप से योगदान करने और समय के साथ बचत बढ़ाने का अवसर मिलता है। ग्राहक की निवेश की पसंद के आधार पर, योगदान को स्टॉक, सरकार द्वारा जारी किए गए बॉन्ड और कॉर्पोरेट ऋण के मिश्रण में निवेश किया जाता है।

अटल पेंशन योजना या एपीवाई

अटल पेंशन योजना (एपीवाई) सरकार के सपोर्ट वाला एक पेंशन प्रोग्राम है। इस स्कीम को साल 2015 में भारतीय निवासियों, विशेष रूप से असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों को गारंटीकृत पेंशन देने के लिए शुरू किया गया था। पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए), जो कार्यक्रम की देखरेख करता है, एक निश्चित पेंशन प्रदान करता है जो ग्राहक के योगदान और जिस उम्र से वे योगदान करना शुरू करते हैं, उसके आधार पर हर महीने पेंशन 1,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक होती है। इस स्कीम में न्यूनतम 20 साल की योगदान अवधि के साथ, यह प्रोग्राम 18 से 40 वर्ष की आयु के सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है।

दोनों योजनाओं में अंतर

अटल पेंशन योजना

  • यह योजना 18 से 40 वर्ष की आयु के सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुली है, जिनके पास पेंशन योजना नहीं है।
  • यह स्कीम निवेश के रूप में ऋण और इक्विटी प्रतिभूतियों के संयोजन का उपयोग करती हुए एक निश्चित पेंशन योजना है।
  • अटल पेंशन योजना में 20 साल तक योगदान देना होता है।
  • इस स्कीम में सरकार रिटायरमेंट के बाद पेंशन की गारंटी देती है।
  • अटल पेंशन योजना में मैक्सिमम योगदान 5000 रुपये महीना है।
  • इस योजना में 1,000 रुपये से 5,000 रुपये मासिक के बीच निश्चित पेंशन भुगतान होने का प्रावधान है।
  • स्कीम में ग्राहकों को परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर नहीं मिलता है।
  • इस योजना में सरकार नियमों और शर्तों के अधीन एक निश्चित राशि प्रदान करती है।
  • स्कीम में नामांकित व्यक्ति (नॉमिनी) अनिवार्य है, और कोई भी व्यक्ति नामांकित हो सकता है।

नेशनल पेंशन सिस्टम

  • 18 से 55 वर्ष की आयु के सभी भारतीय नागरिकों और अनिवासी भारतीयों के लिए खुला है।
  • यह एक बाजार-लिंक्ड योजना है जो तीन परिसंपत्ति वर्गों की पेशकश करती है: परिसंपत्ति वर्ग ई (इक्विटी), परिसंपत्ति वर्ग जी (सरकारी प्रतिभूतियां) और परिसंपत्ति वर्ग सी (कॉर्पोरेट बॉन्ड)।
  • नेशनल पेंशन सिस्टम न्यूनतम 10 वर्ष, 60 वर्ष की आयु तक जारी रखने का विकल्प
  • बाजार से जुड़े रिटर्न जो इस बात पर आधारित होते हैं कि चयनित निवेश कितना अच्छा प्रदर्शन करता है, पर निर्भर करता है।
  • नेशनल पेंशन सिस्टम में योगदान की कोई लिमिट नहीं है।
  • इस स्कीम में पेंशन की राशि भुगतान किये गये अंशदान और निवेश रिटर्न पर आधारित होती है।
  • ग्राहकों को परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर मिलता है।
  • इस स्कीम में सरकार की तरफ से कोई योगदान नहीं किया जाता है।
  • नामांकित व्यक्ति (नॉमिनी) का होना अनिवार्य है, और वह पति या पत्नी नहीं होना चाहिए।

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