वैश्विक मंदी की आशंका के बीच 2023 में ये 4 सेक्टर देंगे बंपर रिटर्न, निवेश करने से पहले यहां पढ़ें पूरी जानकारी
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि वैश्विक मंदी के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है। ऐसे में यहां निवेशकों को बहुत डरने की जरूरत नहीं है।
नए साल की शुरुआत के साथ वित्तीय प्लानिंग करना बहुत जरूरी है। सही समय और सही सेक्टर में किया हुआ निवेश आसानी से बंपर रिटर्न दिलाने में मदद करता है। वैसे भी 2023 में वैश्विक मंदी की आशंका जताई जा रही है। इसके चलते दुनिया में डर का माहौल बना हुआ है। ऐसे में निवेश करने में इस साल ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। आइए, जानते हैं कि आप अपनी मेहनत की कमाई किस सेक्टर में निवेश करना चाहिए, जहां से आपको कम जोमिख में शानदार रिटर्न मिल सके।
साल 2023 में कहां करें निवेश
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि वैश्विक मंदी के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है। ऐसे में यहां निवेशकों को बहुत डरने की जरूरत नहीं है। हालांकि, कुछ ऐसे सेक्टर हैं जो मंदी आने की स्थिति में आउटपरफॉर्म कर सकते हैं। निवेशकों को उन सेक्टर पर फोकस करना चाहिए जो सीधे भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना योगदान देते हैं। जानकारों का कहना है कि इस साल निवेशकों को बैंकिंग और वित्त, कंजम्प्शन, कैपिटल गुड्स, ऑटो और एफएमसीजी कंपनियों के स्टॉक पर फोकस करना चाहिए। वहीं, आईटी और मेटल्स कंपनियों के स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए।
- बैंक: मजबूत क्रेडिट ग्रोथ, बेहतर मुनाफा और ट्रेजरी आय में संभावित सुधार के कारण 2023 में बैंकिंग शेयरों में तेजी बनी रहने की उम्मीद है। 2022 में भी बैकिंग स्टॉक ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है।
- वाहन: गाड़ियों की रिकॉर्ड मांग, इनपुट लागत में गिरावट और सप्लाई चेन में आसानी से ऑटोमोबाइल सेक्टर को फायदा होगा। मैक्वेरी की एक रिपोर्ट में उम्मीद है कि 2023-24 में कमोडिटी की कीमतों में कमी, पूरे उद्योग में कीमतों में बढ़ोतरी और वॉल्यूम ग्रोथ से ऑपरेटिंग लीवरेज लाभ के कारण सेक्टर मार्जिन में सुधार होगा।
- कैपिटल गुड्स: निजी क्षेत्र द्वारा बढ़ते निवेश से कैपिटल गुड्स क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। जिंस कीमतों में स्थिरता के कारण मार्जिन में सुधार से आय में तेजी आने की उम्मीद है। हालांकि, चुनिंदा स्टॉक पर फोकस करें क्योंकि हाल के दिनों में कैपिटल गुड्स सेक्टर में वैल्यूएशन बढ़ गया है।
- एफएमसीजी: जानकारों का कहना है कि मंदी की आशंका के चलते पर्यटन, होटल जैसे अहम क्षेत्र में सुस्ती देखने को मिल सकती है। वहीं, ग्रामीण मांग के दम पर एफएमसीजी स्टॉक में अच्छी तेजी देखने को मिलेगी।