पुराने घर की मरम्मत के लिए भी बैंक देते हैं होमलोन, सस्ते कर्ज के लिए इन बातों का रखें ध्यान
यदि आपके पास अपना पुराना फ्लैट या फिर पुश्तैनी मकान है और आप इसकी मरम्मद करना चाहते है, आज हम आपकों बताएगें रिनोवेशन लोन और होमलोन के बारे में।
नई दिल्ली। घर खरीदना या बनवाना एक आम आदमी के जीवन का सबसे महंगा सपना होता है। यदि आपके पास अपना पुराना फ्लैट या फिर पुश्तैनी मकान है और आप इसकी मरम्मद करना चाहते है, या अपनी सुविधा के अनुसार इसका विस्तार करना चाहते हैं। तो दोनों ही हालत में आपको बड़ी राशि खर्च करनी पड़ेगी। कई बार घर के छोटी-मोटी रिनोवेशन का खर्च ही 1 से 2 लाख के बीच बैठता है। वहीं यदि आप मकान का विस्तार करने की तैयारी में हैं तो कई बार खर्च नए मकान की कीमत के बराबर बैठता है। इतनी बड़ी राशि एक आम आदमी के लिए खर्च करनी मुश्किल होती है। कम ही लोगों को इस बात की जानकारी है कि बैंक और वित्तीय संस्थाएं सिर्फ नए घर के लिए ही नहीं बल्कि पुराने घर की मरम्मत के लिए भी होम लोन देते हैं। इंडिया टीवी पैसा की टीम आज रिनोवेशन के लिए मिलने वाले लोन की प्रक्रिया के बारे में बताने जा रही है।
कौन कर सकता है लोन के लिए एप्लाई
मकान के रिनोवेशन के लिए मिलने वाला कर्ज भी आम बोलचाल में होम लोन ही एक प्रकार कहा जाता है, लेकिन यह इससे काफी अलग होता है। यह लोन मूलत: मकान के मालिक को मरम्मत और विस्तार के लिए दिया जाता है। मकान के कई मालिक होने की स्थिति में सभी को एक साथ आवेदन करना पड़ता है। कई बैंक अनुमानित खर्च का 80 से 90 फीसदी तक लोन देते हैं। प्रॉपर्टी के मूल्य को देखते हुए बैंक कई बार होमलोन के मुकाबले आसान शर्तों पर लोन देने को राजी हो जाते हैं।
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लोन के लिए इन दस्तावेजों की है जरूरत
चूंकि यहां मकान एक स्थाई संपत्ति के रूप में होता है, इसलिए इसके लिए ज्यादा दस्तावेजों की जरूरत भी नहीं होती। लोन लेने के लिए सभी आवेदकों को बैंक के निर्धारित फॉर्म में डिटेल भरनी होती हैं। इसके साथ ही सभी आवेदकों को अपने पहचान पत्र और पते के प्रमाणपत्र बैंक में जमा करवाने होते हैं। इसके अलावा आवेदकों को रोजगार और आय के प्रमाण भी बैंक को सौंपने होते हैं।
जमीन के कागजात
रिनोवेशन के लिए मिलने वाले लोन के लिए आवेदक को मकान के मालिकाना हक से जुड़े मूल कागजात बैंक में जमा करवाने होते हैं। इसके अलावा बैंक को मकान के गैरविवादित होने से जुड़ा प्रमाण भी उपलब्ध कराना होता है। जमीन के कागजात के अलावा किसी सिविल इंजीनियर या आर्किटेक्ट से मरम्मत या विस्तार कार्य की निर्माण लागत का अनुमान भी पेश करना होता है।
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प्रोसेसिंग फीस
यह कर्ज होमलोन के मुकाबले थोड़ा अव्यवस्थित प्रकार का होता है, इसलिए कई सारे बैंक इसके लिए प्रोसेसिंग फीस भी वसूलते हैं। लेकिन यह फीस बैंक दर बैंक अलग अलग होती है। सामान्यतया लोन के लिए एप्लाई करने के साथ ही बैंक को यह प्रोसेसिंग फीस सौंपनी होती है।
कितने समय के लिए मिलता है लोन
बैंक आपको कितना लोन सेंक्शन करेगा और कितनी अवधि के लिए, यह सब प्रोपर्टी की कीमत, प्रकार, आवेदक की आय और उम्र को देखकर तय किया जाता है। सामान्य परिस्थिति में बैंक 15 साल तक की अवधि के लिए होम इंप्रूवमेंट लोन उपलब्ध कराते हैं। लेकिन यदि आवेदक रिटायरमेंट के बाद लोन एप्लाई करता है, तो अवधि और राशि दोनों ही कम हो सकती है।
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