Big Relief: होली पर नहीं सताएगी सरसों तेल की महंगाई, 10 रुपए तक गिर सकते हैं दाम
होली से पहले सरसों तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। माना जा रहा है कि मार्च महीने में सरसों तेल की कीमतें 10 रुपए तक गिर सकती है।
नई दिल्ली। होली से पहले सरसों तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। माना जा रहा है कि मार्च महीने में सरसों तेल की रीटेल मार्केट में कीमतें 10 रुपए तक गिर सकती है। ट्रेडर्स का कहना है कि इस बार बड़े राज्यों में सरसों फसल की बंपर पैदावार हुई है। इसीलिए थोक बाजार में सरसों की कीमतें गिरकर 22 महीने के निचले स्तर पर आ गई है।
यह भी पढ़े: ग्रेच्युटी सीमा 20 लाख रुपए करने के प्रस्ताव से कर्मचारी यूनियन सहमत, समय अवधि हटाने की कर रहे हैं मांग
10 रुपए तक गिर सकते है दाम
दिल्ली के सरसों तेल कारोबारी हेमंत गुप्ता ने बताया कि राजस्थान और हरियाणा में सरसों की नई फसल बाजार में पहुंचनी शुरू हो गई है, जिससे तेल की कीमतों में कमी आ रही है। मार्च में इसकी कीमतों में 10 फीसदी तक गिरावट सकती है। इस बार सरसों की खेती का रकबा 9 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है।
कीमतें 85-95 रुपए तक आने की उम्मीद
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक फिलहाल थोक बाजार में सरसों तेल की कीमतें 9,500-10,000 रुपए प्रति 100 किग्रा है।
- इसका मतलब साफ है कि रीटेल में आम आदमी को सरसों तेल 95-110 रुपए प्रति किलो में मिल रहा है, लेकिन अगले दो हफ्ते में कीमतें गिरकर 8500-9500 रुपए प्रति किग्रा तक आ सकती है।
- इस लिहाज से सरसों तेल की कीमतें गिरकर 85-95 रुपए प्रति किग्रा पर आ जाएंगी।
यह भी पढ़े: BHIM App को प्रमोट करने के लिए मोदी सरकार देगी कैश-बैक समेत ये जबरदस्त ऑफर
पिछले दो महीने में कीमतें 15 रुपए गिरी
- स्कूटर ब्रांड के तहत सरसों तेल बेचने वाली कंपनी विजय सॉल्वेक्स के विजय दत्ता ने बताया, होलसेल में पिछले दो महीनों में कीमतों में 15 रुपए प्रति लीटर की गिरावट आई है और इसमें होली तक गिरावट जारी रहेगी।’ दत्ता पतंजलि को भी सरसों तेल की सप्लाई करते हैं।
15 फीसदी ज्यादा सरसों का उत्पादन का अनुमान
- सरकारी अनुमानों के मुताबिक, इस बार इसका उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 16 फीसदी बढ़कर 79.12 लाख टन हो जाने की उम्मीद है।
22 महीने के निचले स्तर पर आई कीमतें
- राजस्थान के एक कारोबारी मोहन ढोलकिया ने बताया कि राजस्थान और हरियाणा की मंडी में सरसों की कीमत मिनिमम सपोर्ट प्राइस से नीचे चली गई है और गुरुवार को इन मंडियों में इसका भाव 3,570 रुपए प्रति क्विंटल था।
- सरकार ने इस सीजन के लिए सरसों का मिनिमम सपोर्ट प्राइस 3,700 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है।
- सरसों पशुओं और पॉल्ट्री के चारे का अहम साधन है और इसकी कीमतों अप्रत्यक्ष तौर पर तेल की कीमतों पर असर डालती हैं।
- कंपनियों को उम्मीद है कि प्रॉडक्शन में बढ़ोतरी और कीमतों में गिरावट से तेल की खपत सूखे के पहले के सालों तक पहुंच सकती है।