ये पांच सकंल्प आपकी वित्तीय स्थिति को बनाएंगे बेहतर
क्या आपने अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए इस होली पर Financial Resolution लिए थे? अगर नहीं तो आसान से पांच Financial Resolution लेकर आप अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं।
नई दिल्ली। क्या आपने अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए इस होली पर कुछ वित्तीय संकल्प (Financial Resolution) लिए थे? अगर नहीं तो आसान से पांच वित्तीय संकल्प (Financial Resolution) लेकर आप अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं। हालांकि संकल्प लेना जितना आसान है, इन्हें पूरा करना उतना ही मुश्किल होता है। साल के तीन महीने बीत चुके हैं और अब केवल आपके पास नौ महीने ही बचे हैं। अगर आपने अब तक अपने लिए हुए संकल्प पर काम नहीं शुरू किया है तो अब आपको उन पर विचार शुरू कर देना चाहिए। आज हम आपको बता रहे हैं वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने वाले पांच संकल्प और उन्हें पूरा करने का सही रास्ता।
कम खर्च करें-
महीने का खर्च हर कोई करता है। आपको रहने के लिए जगह और खाने के लिए भोजन की जरूरत होती है। इन सबके बावजूद आप अपना खर्च कम कर सकते हैं, इसके लिए आप कुछ उपाए कर सकते हैं, जैसे कपड़े सेल में से खरीद सकते हैं, घर की बिजली सिर्फ जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल करें, ज्यादा महंगा फोन न रखें आदि। किसी भी लुभावने ऑफर में न आए, सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही खरीदारी करें।
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ज्यादा बचत करें-
खर्च में कटौती के बाद नंबर आता है बचत का। जब आपको यह समझ आ जाता है कि आप कहां सबसे ज्यादा खर्च कर रहे हैं तो आप यह भी समझ जाते हैं कि कैसे अपनी बचत को बढ़ाना है। इसके लिए अपनी महीने की सारी जरूरतों को पूरा करने के बाद शेष राशि को बचत के लिए डाल दें। इसके लिए सबसे अच्छा विकल्प है कि नियमित रूप से बचत करें।
निवेश ज्यादा करें-
आपके इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में जोखिम और ग्रोथ की उचित क्षमता होनी चाहिए। अगर बाजार में उतार-चढ़ाव आता है तो आपको दोबारा अपने पोर्टफोलियो को उसके मुताबिक संतुलित करने की जरूरत होती है। लंबी अवधि के लिए निवेश करते समय ध्यान रखें कि आपके निवेश में स्टॉक्स, इक्विटी म्यूचुअल फंड्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स का मिश्रण होना चाहिए। इस तरह आप बाजार के उतार-चढ़ाव में संतुलित रहेंगे। निवेश विकल्प चुनना उतना ही जरूरी है, जितना कि निवेश की राशि। अपने निवेश लक्ष्य को हासिल करने के लिए डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो का चयन करें। अगर आप निवेश के बारे में ज्यादा समझ नहीं रखते तो टार्गेट डेट फंड के बारे में सोचें। इसमें फंड मैनेजर आपकी टार्गेट रिटायरमेंट डेट को देखते हुए सेलेक्ट, मॉनिटर और मिक्स को एडजस्ट करता है। आप ऐसे फंड को चुनते हैं, जो आपकी रिटायरमेंट डेट से मेल खाती है।
अपने लोन का भुगतान करें
हो सकता है आपके ऊपर लोन का बोझ हो, जैसे एजूकेशन लोन, क्रेडिट कार्ड बैलेंस, कार लोन आदि। ऐसे में मासिक आय का एक बड़ा हिस्सा इन्हें चुकाने में चला जाता है। इससे बचने के लिए सबसे पहले आप अपने उस लोन का भुगतान करें, जिसकी ब्याज दर सबसे अधिक है, जैसे ऊंची दर वाले क्रेडिट कार्ड। कोशिश करें कि आप हमेशा न्यूनतम सीमा से अधिक का भुगतान करें। अपनी मासिक क्रेडिट कार्ट स्टेटमेंट चेक करते रहें। ऐसा करने से आपको पता रहेगा कि बैलेंस चुकाने में कुल कितना समय लगेगा और इसके लिए आपको कितना ब्याज देना होगा।
इमरजेंसी के लिए बनाएं अलग फंड
किसी भी अनिश्चित घटना में आर्थिक मुसीबत से दूर रहने के लिए एक इमरजेंसी फंड का निर्माण बहुत जरूरी है। ऐसा करने से नौकरी चले जाने या किसी अन्य जरूरत के वक्त आपको अपनी सेविंग से पैसा नहीं निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इमरजेंसी फंड बनाते समय यह सुनिश्चित करें कि कम से कम 3 से 6 महीने तक का खर्च चलाने योग्य राशि उसमें जमा हो।
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