बिना जोखिम अपने धन को करना है दोगुना, तो इन सुरक्षित निवेश विकल्पों पर करें गौर
यदि आप बिना जोखिम के अपने धन की उचित वृद्धि चाहते हैं तो इसके लिए सदैव दीर्घकालीन निवेश योजनाएं अच्छी होती हैं।
नई दिल्ली। अर्थशास्त्र का बुनियादी सूत्र है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी सकल आय का एक निश्चित भाग सदैव बचाना और निवेश करना चाहिए। आपकी विभिन्न वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वित्तीय बाजार में कई तरह के उत्पाद मौजूद हैं। यदि आप बिना जोखिम के अपने धन की उचित वृद्धि चाहते हैं तो इसके लिए सदैव दीर्घकालीन निवेश योजनाएं अच्छी होती हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि किसी भी दीर्घकालीन निवेश योजना के लिए निवेश का समय कम से कम 6 वर्ष या इससे अधिक होना चाहिए।
धन की उचित वृद्धि के लिए वित्तीय बाजार में उपलब्ध सुरक्षित निवेश विकल्पों में से कुछ के बारे में इंडिया टीवी पैसा की टीम आज यहां बता रही है। इनमें से आवश्यकता के अनुसार किसी भी विकल्प का चयन किया जा सकता है।
1- फिक्स्ड डिपॉजिट: यह सबसे सरल और प्रचलित निवेश विकल्प है। यद्यपि फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग नियम हो सकते हैं, उनके ब्याज दरों में भी अंतर संभव है, किन्तु फिर भी निवेशकों द्वारा बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट सबसे अच्छे विकल्प के रूप में स्वीकार किए जाते हैं। क्योंकि यह बचत का सबसे अच्छा विकल्प है, जो अपनी अवधि की पूर्णता पर धन की लाभ सहित वापसी को सुनिश्चित करता है।
2- राष्ट्रीय बचत पत्र: आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के अंतर्गत आयकर से मुक्त बचत प्रमाण भारत सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। इसे भारतीय डाक सेवा के किसी भी स्थानीय केंद्र (पोस्ट ऑफिस) से प्राप्त किया जा सकता है। यह 5 अथवा 10 वर्ष की अवधि के लिए होते हैं और आवश्यकता पड़ने पर इन्हें किसी भी बैंक के पास गिरवी रख कर कर्जा भी लिया जा सकता है।
3- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ): छोटी-छोटी जमाओं द्वारा एक निश्चित लाभ प्राप्त करने के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड का विकल्प बहुत अच्छा है। यह सन 1968 में वित्त मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक बेहतरीन योजना है, जो जमाकर्ता को बचत के साथ-साथ टैक्स बचत का विकल्प भी देती है। इस योजना की एक अच्छी बात यह है कि इस योजना में एक निवेश वर्ष में 500 रुपए से 1.5 लाख रुपए तक एक बार में भी जमा किया जा सकता है, किन्तु इसमें परिपक्वता अवधि तक निरंतर निवेश आवश्यक है। क्योंकि इस योजना की एक परिपक्वता अवधि होती है और उसके पूरे होने के बाद निवेश की रकम को पूरा प्राप्त किया जा सकता है।
4- मनी मार्केट और संबंधित फंड: बचत खाते की तुलना में जब आप अधिक लाभ चाहते हैं तो वित्तीय बाजार और उनसे संबंधित फंड अच्छा लाभ देते हैं। यदि आपके पास सरप्लस पैसा है, तो यह अतिरिक्त धन बचत खाते से अधिक लाभ हेतु वित्तीय बाजारों और उनसे संबंधित फंड्स में निवेश करना चाहिए। वित्तीय बाजारों और उनसे जुड़े उत्पादों में निवेश हेतु निवेशक में निवेश योग्यता का होना आवश्यक है।
5-रियल एस्टेट निवेश: भूमि का एक टुकड़ा कौन नहीं चाहता है? अधिकांश लोग अपनी आय का निवेश अपने लिए एक घर की खरीद हेतु करते हैं इस क्षेत्र में निवेश से पहले निवेश होने योग्य संपत्ति और उसके कागजात की जांच भली भांति अवश्य करें।