जानिए क्या है वेडिंग इंश्योरेंस और क्यों है ये जरूरी, कैसे उठा सकते हैं आप इसका फायदा
वैसे तो कुछ इंश्योरेंस कंपनियां शादी के लिए पहले से पैकेज तैयार करके रखती हैं, लेकिन कुछ कंपनियां आपकी जरूरत के मुताबिक भी पैकेज बनाती हैं। ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस तरह का पैकेज लेना चाहते हैं।
शादियों का सीजन शुरू हो चुका है और अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जिनकी इस सीजन में शादी होने वाली है तो ये जानना आपके लिए बहुत जरूरी है कि वेडिंग इंश्योरेंस की मदद से आप अपनी शादी पर होने वाले खर्च से लेकर खुद को भी सुरक्षित कर सकते हैं। वैसे देखा जाए तो आजकल वेडिंग इंश्योरेंस लेना एक ट्रेंड सा बन गया है और ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनियों ने वेडिंग इंश्योरेंस देना शुरू कर दिया है। लेकिन इसके जरिये आप होने वाले नुकसान से कैसे बच सकते हैं जानिए हमारी इस खास रिपोर्ट में :
वेडिंग पॉलिसी लेना क्यों है जरूरी
वैसे तो कुछ इंश्योरेंस कंपनियां शादी के लिए पहले से पैकेज तैयार करके रखती हैं, लेकिन कुछ कंपनियां आपकी जरूरत के मुताबिक भी पैकेज बनाती हैं। ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस तरह का पैकेज लेना चाहते हैं। शादी कैंसल होने पर, आपके जेवर चोरी होने पर, शादी के अचानक बाद एक्सीडेंट होने आदि पर वेडिंग इंश्योरेंस की सहायता से आप सुरक्षा लें सकते हैं।
क्या कुछ कवर हो सकता है
- केटरर को दिया गया एडवांस
- शादी के लिए बुक किए हुए किसी हॉल या रिसॉर्ट के एडवांस पैसे
- ट्रैवल एजेंसियों को दिया गया एडवांस
- होटल की एडवांस बुकिंग पेमेंट
- शादी के कार्ड छपने पर दी गई पेमेंट
- सजावट और म्यूजिक के लिए
- शादी के वेन्यू सेट से लेकर अन्य सजावट
कितना क्लेम कर सकते हैं
वेडिंग इंश्योरेंस का सम एश्योर्ड इस बात पर तय होता है कि आपने कितने का बीमा कराया है। ध्यान दें कि शादी की तारीख बदलने पर भी आप दावा क्लेम कर सकते हैं। वैसे तो प्रीमियम आपके इंश्योर्ड राशी से सिर्फ 0.7 फीसदी से लेकर 2 फीसदी तक ही लगता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने 10 लाख रुपए का वेडिंग इंश्योरेंस कराया है तो आपको 7,500 से 15,000 रुपए तक का प्रीमियम देना होता है।
क्या नहीं हो सकता है कवर
पॉलिसी होल्डर कुछ परिस्थितियों में पैसे क्लेम नहीं कर सकते, जिनमें से कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:
- किसी भी तरह का आकंतकवादी हमला
- हड़ताल
- शादी का अचानक से कैंसल हो जाना
- दूल्हे या दुल्हन का किडनैप हो जाना
- शादी में दूल्हा या दुल्हन के खुद की गलती से फ्लाइट या ट्रेन का मिस हो जाना
- शादी के कपड़े या किसी पर्सनल चीजों का नुकसान होना
- शादी के वेन्यू का अचानक से बदल देना या कैंसल होना
- किसी भी तरह से इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल खराबी की वजह से
- शादी के वेन्यू की गलत देखरेख से हुआ नुकसान
- खुद को जानबूझकर किसी तरह का नुकसान पहुंचाना या आत्महत्या करना
भारत में वेडिंग इंश्योरेंस देने वाली बीमा कंपनियां
- आईसीआईसीआई लोम्बार्ड
- फ्यूचर जनराली
- एचडीएफसी अर्गो
- बजाज ऑलियांज जनरल इंश्योरेंस
कैसे कर सकते हैं इंश्योरेंस क्लेम
- इंश्योरेंस लेने से पहले हमेशा ध्यान रखें कि शादी के खर्च से पहले से लेकर शादी के लोकेशन की सारी जानकारी इंश्योरेंस एजेंसी को देनी होती है
- जैसे ही आपको नुकसान हो अपने इंश्योरेंस कंपनी को तुरंत सूचित करें
- अपने चोरी हुई चीजों की जानकारी पुलिस को दें और एफआईआर की कॉपी इंश्योरेंस कंपनी को सौंपे
- क्लेम करने के लिए फॉर्म भरें और उसे अपने सभी कागज़ात के साथ जमा करें
- आपकी इंश्योरेंस कंपनी से जांच पड़ताल के लिए रिप्रजेंटेटिव भेजकर पूरी जानकारी ली जाएगी और उसके बाद ही क्लेम किए हुए पैसे वापस मिलेंगे
- अगर आपका किया हुआ क्लेम सही साबित होता है तो नुकसान की पूरी भरपाई बीमा कंपनी करेगी। गलत होने पर क्लेम की हुई राशी की भरपाई नहीं होगी और क्लेम रिजेक्ट हो जाएगा
- इंश्योरेंस कपंनी अगर चाहे तो सीधे शादी के वेन्यू या वेंडर को पैसे दे सकती है
- अगर किसी भी तरह से पॉलिसी होल्डर क्लेम की हुई राशी से खुश नहीं होता है तो वो सीधे कोर्ट जाकर अपने मामले को रख सकता है
- किसी भी सूरत में वेडिंग इंश्योरेंस क्लेम दुर्घटना होने के 30 दिनों के अंदर सेटल होती है
ध्यान में रखें कुछ अहम बातें
- बीमा लेते समय हमेशा ध्यान दें कि बीमा किस प्रकार का है और पॉलिसी के तहत क्या-क्या कवर किया जाएगा
- अगर पहले से कोई बीमा कवर है तो पहले पता करें कि कवर आपको किन हालातों में मिलेगा
- सारी चीजों को अच्छे से जांच करने के बाद ही पॉलिसी को चुनें
- ध्यान दें कि प्राथमिक पॉलिसी कवर में वेडिंग समारोह रद्द होना भी शामिल हो
- किसी भी तरह की दुर्घटना जैसे आग लगना या फिर चोरी होने के लिए आप अलग से पॉलिसी ले सकते हैं