ELSS में करें SIP के जरिये निवेश, होगी टैक्स की बचत और मिलेगा हाई रिटर्न
सही ईएलएसएस का चयन करना महत्वपूर्ण है और इसके लिए सही रास्ता यह है कि आपको एक वित्तीय सलाहकार की मदद लेनी चाहिए।
नई दिल्ली। जैसा की सब जानते हैं कि नया वित्त वर्ष शुरू हो चुका है और सभी ने अपनी-अपनी टैक्स प्लानिंग शुरू कर दी है। अगर आप भी इस साल अपना टैक्स बचाना चाहते हैं और साथ ही निवेश पर बेहतर रिटर्न हासिल करना चाहते हैं तो आपको सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) का सहारा लेना चाहिए। जितनी जल्दी आप शुरुआत करेंगे उतना ज्यादा टैक्स बचा पाएंगे और रिटर्न भी ज्यादा हासिल कर पाएंगे।
इस साल आप टैक्स बचाने के लिए जल्द से जल्द मासिक निवेश की शुरुआत एसआईपी के जरिये इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) के साथ कर सकते हैं। इसके आपको तीन फायदे मिलेंगे, एक तो बाजार में गिरावट आती है तो आपको ज्यादा शेयर मिलते हैं, दूसरा बचत की योजना आपके बजट को तनाव में डालने से बचाती है और तीसरा पूरे साल के दौरान आप टैक्स बचा सकते हैं।
वो लोग, जो इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं वह ईएलएसएस में निवेश कर आयकर की धारा 80सी के तहत सालाना 1.5 लाख रुपए का टैक्स बचा सकते हैं। 80सी के सभी विकल्पों में से ईएलएसएस सबसे कम लॉक इन अवधि वाला विकल्प है, जो 3 साल का है, जहां झंझटमुक्त रूप से आप संपत्तियों का निर्माण कर सकते हैं। साथ ही फंड प्रबंधक के पास यह विकल्प होता है कि वह उन शेयरों का चयन करे, जो आपको अच्छा रिटर्न और लाभांश देने में सक्षम हों।
सही ईएलएसएस का चयन करना महत्वपूर्ण है और इसके लिए सही रास्ता यह है कि आपको एक वित्तीय सलाहकार की मदद लेनी चाहिए। तमाम म्यूचुअल फंड हाउसों के पास ईएलएसएस उत्पाद हैं लेकिन एक ऐसी स्कीम है, जिसका लंबी अवधि में अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है और वह है आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लांग टर्म इक्विटी फंड (टैक्स सेविंग)।
इस फंड ने 3,5,7 और 10 साल की अवधि में अन्य म्यूचुअल फंडों की तुलना में बेहतर रिटर्न दिया है। पांच साल की अवधि में इस फंड ने 10.54 प्रतिशत एक्सआईआरआर की दर से रिटर्न दिया है, जबकि 10 साल में ईलएसएस ने 14.3 प्रतिशत की दर से रिटर्न दिया है। अपनी शरुआत के समय से इसने एसआईपी के रूप में 19.6 प्रतिशत का रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी 500 टीआरआई ने 15.4 प्रतिशत की दर से रिटर्न दिया है। इस फंड ने 3 साल में 10.2 प्रतिशत, निफ्टी 500 टीआरआई ने 11.6 प्रतिशत, 7 साल में 14.2 प्रतिशत और 13.5 प्रतिशत, 15 साल में 15.3 प्रतिशत और 12.9 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।