नई दिल्ली। न तो बीमा कंपनी और न ही इसके एजेंट पर लोग भरोसा करते हैं। बीमा पॉलिसी बेचने की पूरी श्रृंखला में बीमा एजेंट पर ग्राहक सबसे कम भरोसा करते हैं।
इंडस्ट्री बॉडी एसोचैम ने अपने एक अध्ययन में यह पाया है कि यह स्थिति कमोबेश वित्तीय तौर पर साक्षर और निरक्षर दोनों तरह के ग्राहकों की है। एसोचैम के एक अध्ययन के अनुसार 18 से 60 वर्ष की उम्र के लगभग 72 प्रतिशत लोगों के पास बीमा या फाइनेंस की कोई विशेष समझ नहीं होती है। ऐसे लोगों का मानना है कि जब बात बीमा पॉलिसी को खरीदने की आती है तो बीमा एजेंट सबसे कम भरोसेमंद कड़ी होते हैं।
- इसी क्रम में कम भरोसेमंद की श्रेणी में दूसरे स्थान पर स्वयं बीमा कंपनियां हैं, जिनपर 29 प्रतिशत से कम लोग ही भरोसा करते हैं।
- इसके अलावा बीमा के तहत मिलने वाले लाभों की व्याख्या को लेकर भी लोग भ्रम में रहते हैं और इस पर उन्हें कम भरोसा होता है।
- एसोचैम के अध्ययन के अनुसार, जो लोग आर्थिक रूप से बचत करने वाले हैं और बीमा पॉलिसियों की बेहतर व्याख्या प्राप्त कर सकते हैं वे अपने एजेंट या सेल्स पर्सन को सेल्स वैल्यू चेन में सबसे कम भरोसेमंद पाते हैं।
- 24 से 40 साल की आयु के 34 फीसदी लोग एजेंट को सबसे कम भरोसेमंद मानते हैं, इसके बाद बीमा कंपनियों को।
- इसी प्रकार लाभ की गलत बयानी भी चिंता का एक विषय था।
- एसोचैम ने कहा कि आम लोगों की विभिन्न उत्पादों को लेकर जो डर है उसे खत्म करने के लिए बीमा की प्रक्रिया को आसान बनाने की जरूरत है।
- बयान के मुताबिक, बीमा उत्पाद जटिल नीतियों का एक वट वृक्ष की तरह है और यहां पर्सनल प्रोडक्ट्स में सरल, स्टैंडर्ड वनीला प्रोडक्ट्स होने चाहिए।
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