नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को वरिष्ठ नागरिकों की सामाजिक सुरक्षा योजना प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई) तीन साल यानी मार्च 2023 तक के लिए बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में योजना तीन साल के लिए 31 मार्च 2023 तक बढ़ाने का निर्णय किया गया। पीएमवीवीवाई का क्रियान्वयन जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के जरिये किया जा रहा है। इसमें योजना में शामिल होने पर 60 साल और उससे ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को न्यूनतम पेंशन की गारंटी दी जाती है।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सालाना 7.4 प्रतिशत प्रतिफल की गारंटी तय है। उसके बाद इस पर प्रतिफल की गारंटी की समीक्षा वार्षिक आधार पर की जाएगी। इससे पहले, योजना में प्रतिफल 8 प्रतिशत नियत किया गया था। सरकार की वित्तीय जवाबदेही निवेश राशि पर एलआईसी द्वारा अर्जित बाजार रिटर्न और 7.4 प्रतिशत की रिटर्न (गारंटी शुदा प्रतिफल) के बीच अंतर को पूरा करने तक सीमित है। यह व्यवस्था 2020-21 के लिए है और उसके बाद इस योजना पर ब्याज दर हर साल वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) के अनुरूप तय होगी।
योजना के प्रबंधन पर पहले साल के खर्च को निवेश राशि के 0.5 प्रतिशत पर नियत किया गया है। दूसरे साल से अगले नौ साल तक खर्च 0.3 प्रतिशत सालाना तय किया गया है। योजना की घोषणा 2017-18 और 2018-19 के बजट में की गई थी। वित्त वर्ष 2018-19 के बजट में पीएमवववाई के तहत अधिकतम निवेश राशि दोगुनी कर 15 लाख प्रति वरिष्ठ नागरिक कर दी गई है। दस साल की इस योजना में पेंशन मासिक, तिमाी, छमाही, सालाना ली जा सकती है।
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