अगर करते हैं आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल, तो नुकसान झेलने से पहले बैंक से जरूर पूछ लें ये पांच सवाल
बैंक कई बार क्रेडिट कार्ड से जुड़ी शर्तें आपसे छिपा जाते हैं। ऐसे में इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है कैसे आप सावधान रह सकते हैं।
नई दिल्ली। भारत में क्रेडिट कार्ड का प्रचलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऑनलाइन शॉपिंग हो या रिटेल स्टोर से खरीदारी, रेस्टोरेंट से लेकर मूवी के टिकट के लिए हम धड़ल्ले से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। यदि आपके पास कार्ड नहीं है, तो आपके पास कार्ड के लिए दिन भर में दो से तीन फोन आ जाते हैं। वहीं यदि आपके पास कार्ड है तो दूसरी कंपनी के कार्ड, अपनी ही कंपनी का एडिशनल कार्ड जैसे लुभावने ऑफर भी मिलते हैं। लेकिन बैंक कई बार क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण शर्तें आपसे छिपा जाते हैं। ऐसे में इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है उन बिंदुओं के बारे में जिन्हें बैंक जानबूझ कर आपको बताने से बचते हैं।
फ्री ईएमआई स्कीम लेने से पहले जान लें शर्तें
अक्सर बैंक अपने प्रिविलेज कस्टमर्स को फ्री ईएमआई या फिर क्रेडिट कार्ड पर जीरो परसेंट पर ईएमआई का वादा करते हैं। लेकिन बैंक शायद ही आपको जीरो ईएमआई से जुड़ी शर्तों को पढ़ने या समझने का समय देता है। आपको मालूम होना चाहिए कि जीरो प्रतिशत ब्याज पर ईएमआई पर नियम एवं शर्तें लागू होती हैं। अगर एक भी शर्त का उल्लंघन करते हैं तो 5 या 10 नहीं बल्कि 20 प्रतिशत से भी ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है।
समय पर करा लें अपने पॉइंट रिडीम्ड
बैंक आपको कभी भी खुद से नहीं बताता है कि आप अपने प्वाइंट्स को कैसे रीडीम कर सकते हैं। ऐसे में जानकारी न होने से लाखों प्वाइंट्स पड़े रह जाते हैं और क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जाता है। इसके अलावा जब आपके प्वाइंट्स 1000 से 10,000 जैसे लैंडमार्क को क्रॉस करते हैं तब बैंक आपको ये नहीं बताता कि आपके इतने प्वाइंट हो गए हैं और आप उन्हें रीडीम कर कैशबैक लाभ ले सकते।
ड्यू डेट का रखें ध्यान
आपने अक्सर देखा होगा कि आपको मोबाइल बिल भरना हो तो कंपनी लगातार एसएमएस भेजती है। वहीं बैंक भी आपको मिनिमम बैलेंस के लिए रिमाइंडर भेजती है। लेकिन क्रेडिट के बिल को जमा करने के लिए आपके पास कोई मैसेज नहीं आता। वास्तव में देखा जाए तो बैंक खुद नहीं चाहता कि आप समय पर बिल जमा कर दें। ऐसे में आप खुद ही अपनी ड्यू डेट का ख्याल रखें। कंपनियां तो यही चाहती हैं कि आप और लेट करें और बाद में लेट फीस भरें।
फ्री में कार्ड अपग्रेड का लगता है वार्षिक चार्ज
बैंक आपको अक्सर आपका कार्ड अपग्रेड करने का ऑफर देते हैं। अक्सर बैंक की एक्जीक्यूटिव आपको फ्री ऑफ कॉस्ट अपने सिल्वर कार्ड को गोल्ड में और गोल्ड को प्लेटिनम में अपग्रेड करवाने का लालच देती है। लेकिन ये नहीं बताते कि नये क्रेडिट कार्ड के लिये आपको 500 रुपए से लेकर 700 रुपए तक का शुल्क भी देना पड़ेगा।
लिमिट बढ़ने से भी बढ़ता है एनुअल चार्ज
क्रेडिट कार्ड धारकों को अक्सर एक कॉल आती है कि आप के क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट मुफ्त में बढ़ाई जा रही है। बैंक आपको प्रिविलेज कस्टमर मानते हुए आपकी लिमिट को दो गुना या इससे अधिक कर देता है। यहां आपसे आपकी सहमति भी नहीं मांगी जाती। लेकिन बैंक आपको कभी ये नहीं बताता कि इसके बाद आपका वार्षिक शुल्क बढ़ जायेगा।