नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के 5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को जल्द ही अपने प्रोविडेंट फंड में से एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के जरिए शेयरों में निवेश बढ़ाने या घटाने का विकल्प मिल सकता है। EPFO के केंद्रीय न्यासी बोर्ड सीबीटी की शुक्रवार को हुई बैठक में इस बारे में संभावना तलाशने का फैसला किया गया। फिलहाल EPFO के अंशधारकों के पास ऐसा कोई विकल्प नहीं है। यह निकाय अपनी निवेश योग्य जमाओं का 15 प्रतिशत हिस्सा ETF में निवेश करता है।
केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) ने पिछले साल मेंबर्स के योगदान को दो अकाउंट (कैश और ईटीएफ) में बांटने का फैसला किया था। कैश अकाउंट में मेंबर्स के पीएफ की 85 फीसदी रकम होती है और वहीं ईटीएफ अकाउंट में 15 फीसदी रकम होगी जो शेयर बाजार में निवेश की जाती है। यह रकम मेंबर्स अकाउंट में यूनिट के तौर पर दिखती है। पीएफ विड्रॉल के समय नेट असेट वैल्यू (एनएवी) के आधार पर मेंबर्स को पेमेंट मिल जाएगा।
क्या होता है ETF
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ETF म्यूचुअल फंड कंपनियों का एक प्रोडक्टहै। इसके अंतर्गत सिर्फ स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए निवेश किया जा सकता है। ETF के अंडरलाइंग एसेट शेयर, कमोडिटी, बॉन्ड और करेंसी हो सकते हैं।
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