नई दिल्ली। रिटायरमेंट फंड बॉडी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के 5 करोड़ से अधिक खाताधारकों को चालू वित्त वर्ष के दौरान अपने भविष्य निधि खाते से ईटीएफ के जरिये शेयर बाजार में निवेश को बढ़ाने या घटाने का विकल्प मिलेगा। ईपीएफओ की योजना तीन महीने में ईटीएफ निवेश को पीएफ खाते में जमा करने की सुविधा उपलब्ध कराने की है। इसके बाद खाताधारकों को उनके फंड से ईटीएफ में निवेश को बढ़ाने या घटाने का विकल्प उपलब्ध कराया जाएगा।
ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त वीपी जॉय ने कहा कि हमें खाताधारकों को उनका ईटीएफ निवेश पीएफ खाते में हस्तांतरित करने की सहुलियत देने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करना होगा। इसमें दो से तीन महीने का समय लगेगा। उन्होंने कहा कि एक बार ऐसा कर लेने के बाद हम अगले चरण में जाएंगे, जिसके तहत सदस्यों को शेयर बाजार में अपना निवेश घटाने-बढ़ाने की सुविधा मिलेगी।
ईपीएफओ की शीर्ष निर्णय इकाई केंद्रीय न्यासी बोर्ड ( सीबीटी ) ने पिछले सप्ताह खाताधारकों को शेयर निवेश की मौजूदा 15 प्रतिशत की अनिवार्य सीमा से अधिक या कम निवेश की सुविधा उपलब्ध कराने की संभावनाएं तलाशने की मंजूरी दी थी। ईपीएफओ ने अगस्त 2015 में ईटीएफ में निवेश की शुरुआत की थी। वर्ष 2015-16 में उसने अपने निवेश योग्य जमा पूंजी का पांच प्रतिशत निवेश किया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 2016-17 में दस प्रतिशत और 2017- 18 में 15 प्रतिशत कर दिया गया ।
ईपीएफओ ने ईटीएफ में अब तक कुल 41,967.51 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसपर 28 फरवरी 2018 को 17.23 प्रतिशत का रिटर्न प्राप्त हुआ। इस साल मार्च में संगठन ने 2,500 करोड़ रुपए के ईटीएफ बाजार में बेचे। ईटीएफ में निवेश के बाद ऐसा पहली बार किया गया है।
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