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Hindi News पैसा मेरा पैसा क्‍या आप चाहते हैं घर खरीदना तो जल्‍दी कीजिए, प्रॉपर्टी की कीमतों में आने वाला है अब उछाल

क्‍या आप चाहते हैं घर खरीदना तो जल्‍दी कीजिए, प्रॉपर्टी की कीमतों में आने वाला है अब उछाल

रिकवरी तेज होने पर प्रॉपर्टी की कीमतों में भी तेज उछाल आना शुरू होगा। ऐसे में यही मौका है जब आप अपने सपनों का घर खरीदने के सपने को साकार कर सकते हैं।

क्‍या आप चाहते हैं घर खरीदना तो जल्‍दी कीजिए, प्रॉपर्टी की कीमतों में आने वाला है अब उछाल- India TV Paisa क्‍या आप चाहते हैं घर खरीदना तो जल्‍दी कीजिए, प्रॉपर्टी की कीमतों में आने वाला है अब उछाल

नई दिल्‍ली। एक ओर जहां प्रॉपर्टी एक्सपर्ट वर्तमान समय को घर खरीदने के लिए सबसे बेहतर समय बता रहे हैं, वहीं दूसरी खरीदार दाम और कम होने का इंतजार कर रहे हैं। प्रॉपर्टी मार्केट में रिकवरी शुरू हो गई है और अब जल्‍द ही यहां पिछले चार-पांच सालों से छाई मंदी छंटने वाली है। रिकवरी तेज होने पर प्रॉपर्टी की कीमतों में भी तेज उछाल आना शुरू होगा। ऐसे में यही मौका है जब आप अपने सपनों के घर का सपना साकार कर सकते हैं, वो भी अपनी मनमा‍फि‍क डील के साथ।

ऐसा हम नहीं बाजार की स्थिति कह रही है। यह कुछ कारण हैं, जो प्रॉपर्टी बाजार की पूरी स्थिति आपको साफ कर देंगे।

  • देश के 8 बड़े शहरों में इस साल अप्रैल से जून के बीच घरों की बिक्री 9 प्रतिशत बढ़ी है। इन शहरों में मुंबई, एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे और कोलकाता शामिल हैं। यह लगातार तीसरी तिमाही है, जिसमें घरों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अप्रैल से जून के बीच प्रॉपर्टी के एवरेज वेटेड प्राइस भी 4 प्रतिशत बढ़कर 6,600 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गए हैं। इसका मतलब यह है कि बिक्री और कीमत में जितनी कमी होनी थी, हो चुकी है।
  • रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल और मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने पहले पॉलिसी रिव्यू में रेपो रेट 0.25% घटा दिया है। इसके बाद कुछ बैंकों की तरफ से भी रेट कट की पहल हुई है। आरबीआई बैंकों से जनवरी के बाद से घटाए गए इंटरेस्ट रेट का पूरा फायदा ग्राहकों को देने के लिए कह रहा है। जनवरी 2015 के बाद से आरबीआई अब तक इंटरेस्ट रेट में 1.75 प्रतिशत की कमी कर चुका है, जबकि बैंकों ने ग्राहकों को लगभग आधा फीसदी  का ही फायदा दिया है। होम लोन सस्‍ता होने से ईएमआई कम होगी, जिससे खरीदारों का मनोबल और बढ़ेगा।
  • रोजगार के मौके और सैलरी बढ़ने से घर खरीदना लोगों के लिए आसान हो जाएगा। हालिया मैनपावर एंप्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे के मुताबिक इस साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच देश की करीब एक तिहाई कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएंगी। ब्रिटिश रिक्रूटमेंट फर्म माइकल पेज का सर्वे कहता है कि 2017 में भारत की हर पांच में से तीन कंपनी हायरिंग बढ़ाने का इरादा रखती है। इसमें यह भी दावा किया है कि देश की 88% कंपनियां अगले एक साल में एंप्लॉयीज की सैलरी 6-15% बढ़ाएंगी। वहीं, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने से केंद्र सरकार के करीब 1 करोड़ कर्मचारियों और पेंशन हासिल करने वालों को फायदा हुआ है। इन वजहों से प्रॉपर्टी बाजार में गरमाहट लौटेगी।
  • अभी बिल्डर इनवेंटरी यानी नहीं बिकने वाले फ्लैट्स को निकालने के लिए कई तरह के डिस्काउंट और फ्लेक्सिबल पेमेंट प्लान ऑफर कर रहे हैं। पहले कभी भी पेमेंट प्लान को लेकर बिल्डरों ने ऐसी दरियादिली नहीं दिखाई थी। इसमें ऐसे प्लान भी हैं, जिनमें 80% पैसा प्रोजेक्ट के बनने के बाद देना होता है। इसी तरह से एक ऐसा पेमेंट प्लान है, जिसमें 70% रकम प्रोजेक्ट के शुरुआती साल में और 30% पजेशन के वक्त देना होता है। इन पेमेंट प्लान का फायदा यह है कि आप फ्यूचर इनकम के हिसाब से घर खरीदने की योजना बना सकते हैं। इसमें आपको शुरू में बहुत अधिक कैश नहीं देना पड़ता, जो घर खरीदने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है। इनके साथ कंस्ट्रक्शन लिंक्ड और फ्लेक्सी जैसे ट्रेडिशनल पेमेंट प्लान भी हैं।
  • नए रियल एस्टेट कानून और बेनामी बिल के चलते छोटे बिल्डरों का बाजार में टिके रहना मुश्किल हो जाएगा। बड़े बिल्डरों के पास प्राइसिंग पावर होती है और वे सही कीमत नहीं मिलने पर प्रॉपर्टी को लंबे समय तक होल्ड भी कर सकते हैं। इसलिए कीमत के मामले में किसी रिलीफ की उम्मीद करना ठीक नहीं होगा। एक और बात यह है कि बिल्डरों के लिए जमीन कच्चा माल है, जिस पर वे फ्लैट्स बनाते हैं। जमीन बेशकीमती संसाधन है, जिसके सस्ता होने की संभावना बहुत कम है। इसलिए आपके सपनों के आशियाने की कीमत में अब और अधिक कमी की गुंजाइश न के बराबर है।

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